ETV Bharat / state

बुजुर्ग की फिटनेस देख युवाओं के छूटे पसीने, मैराथन में जीता गोल्ड - चरखी दादरी

जिले में 70 साल के बुजुर्ग का जोश देख लोग हैरान है. रामफल ने मैराथन में गोल्ड जीतकर वो कर दिखाया जिसके बारे में इस उम्र के लोग सोच भी नहीं सकते.

बुजुर्ग का सम्मान करते गांव वाले
author img

By

Published : Apr 4, 2019, 2:50 PM IST

चरखी दादरी: इंसान में अगर जज्बा और हौसला बुलंद हो तो वह कुछ भी हासिल कर सकता है. चाहे वो उम्र के किसी भी पड़ाव पर क्यों न हो. इस बात को साबित किया है गांव कमोद के 70 साल के बुजुर्ग रामफल ने. पिछले दिनों पंजाब के भटिंडा व मोहाली में हुई मैराथन दौड़ में रामफल ने रिकार्ड बनाकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया है. जिसके बाद से गांव में खुशी का माहौल है. लोग नाच-गाकर जश्न मना रहे हैं.

क्लिक कर सुनिए बुजुर्ग ने क्या कहा

लोगों के लिए प्रेरणा बने रामफल
रिटायर होने के बाद रामफल ने 65 साल की उम्र में एथलीट बनने की तैयारी शुरू की. रामफल की ये उपलब्धि बुजुर्गों के लिए किसी ख्वाब से कम नहीं है. जिस उम्र में लोगों के पैरों में इतनी दिक्कतें आ जाती हैं. उस उम्र में रामफल ने दौड़ में गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया है.

चरखी दादरी: इंसान में अगर जज्बा और हौसला बुलंद हो तो वह कुछ भी हासिल कर सकता है. चाहे वो उम्र के किसी भी पड़ाव पर क्यों न हो. इस बात को साबित किया है गांव कमोद के 70 साल के बुजुर्ग रामफल ने. पिछले दिनों पंजाब के भटिंडा व मोहाली में हुई मैराथन दौड़ में रामफल ने रिकार्ड बनाकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया है. जिसके बाद से गांव में खुशी का माहौल है. लोग नाच-गाकर जश्न मना रहे हैं.

क्लिक कर सुनिए बुजुर्ग ने क्या कहा

लोगों के लिए प्रेरणा बने रामफल
रिटायर होने के बाद रामफल ने 65 साल की उम्र में एथलीट बनने की तैयारी शुरू की. रामफल की ये उपलब्धि बुजुर्गों के लिए किसी ख्वाब से कम नहीं है. जिस उम्र में लोगों के पैरों में इतनी दिक्कतें आ जाती हैं. उस उम्र में रामफल ने दौड़ में गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया है.

Intro:70 साल की उम्र में भी रामफल का युवाओं जैसा जज्बा...
रामफल की फिटनेस देख छूटा लोगों का पसीना, जीता गोल्ड
: ढलती उम्र भी नहीं रोक पाई प्रतिभा, राष्ट्रीय स्पर्धाओं में दिखाया दम
: खेतों के कच्चे रास्तों में मेहनत कर बनाया दौड़ में रिकार्ड
प्रदीप साहू
चरखी दादरी। इंसान में अगर जज्बा और हौंसला बुलंद हो तो वह कुछ भी हासिल कर सकता है, चाहे उम्र कुछ भी हो। इस बात को चरखी दादरी के गांव कमोद निवासी 70 वर्षीय रामफल ने साबित कर दिखाया है। यहां रामफल की फिटनेस देख लोगों का भी पसीना छूटा है। जिन्होंने पिछले दिनों मैराथन दौड़ में रिकार्ड समय में पार करते हुए गोल्ड जीतकर साबित कर दिया है कि ढलती उम्र भी उनकी प्रतिभा को नहीं रोक पाई। सेवानिवृति के बाद भी दादरी के धावक रामफल खेल जगत से जुड़े रहे और अनेकों राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पदकों का ढेर लगा लिया है। Body:चालीस की उम्र पार करते ही अगर दौडऩा पड़ जाए तो सांस फूल जाती है। लेकिन दादरी के गांव कमोद निवासी रामफल 70 की उम्र पार करने के बाद भी ऐसे दौड़ते हैं कि जवान भी उनको देखकर हैरान रह जाते हैं। हर रोज घर के कार्य करके खेतों के कच्चे रास्तों में सुबह-शाम 8 किलोमीटर की दौड़ लगाते हैं। पिछले दिनों पंजाब के भटिंडा व मोहाली में हुई मैराथन दौड़ में रामफल ने रिकार्ड बनाकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया है। इसके अलावा छोटी दौड़ प्रतियोगिता में भी रामफल ने कई पुरस्कार हासिल किए। पहले भी दिल्ली में आयोजित वल्र्ड हाफ मैराथन दौड़ में 70 वर्षीय वृद्ध धावक रामफल ने 17 देशों के 50 हजार धावकों की मौजूदगी में प्रथम स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल जीता था। जिस पर पूर्व जनरल और पूर्व गर्वनर जेजे सिंह भावलपुर पंजाब ने रामफल को सम्मानित किया था। ओल्ड ब्वाय के नाम सेप्रसिद्ध रामफल अब तक राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर 22 मेडल जीत चुके हैं। रामफल का गांव में पहुंचने पर आयोजन समिति ने रामफल को विजेता ट्राफी, मेडल देकर सम्मानित किया। वहीं महिलाओं ने लोकगीतों के माध्यम से रामफल के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। Conclusion:जिस उम्र में लोग अपने पैरों पर सही से खड़े भी नहीं हो पाते हैं उस उम्र में इस बुजुर्ग ने दौड़ में गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रौशन किया है। जहां लोग छोटी सी उम्र से ही एथलीट बनने की तैयारी करते हैं, लेकिन रामफल ने नौकरी से सेवानिवृति लेने के बाद 65 वर्ष की उम्र से इसकी शुरुआत की। रामफल बताते हैं कि वो सुबह 4 बजे उठकर अपने दिन की शुरुआत करते हैं, जिसमें वो लगातार दौड़ और पैदल चलने का अभ्यास भी करते हैं। इसके अलावा वो इस उम्र में भी 10 किलोमीटर तक दौड़ लगाते हैं।
सरपंच सुदर्शन कहते हैं कि 70 साल के रामफल उन लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जो उम्र का बहाना बनाकर अपनी परेशानियों से हार मान लेते हैं। इन्होंने दिखा दिया कि अगर आपके अंदर किसी काम को करने का जुनून है, तो आप उसे आसानी से कर सकते हैं।
विजवल:- 1
गांव के सम्मान समारोह में पहुंचते, सम्मानित करते, लोकगीत गाती व डांस करती महिलाएं,
सर्टिफिकेट व मेडल दिखाते, जीते गए मेडल व बुजुर्ग धावक रामफल के कट शाटस
बाईट:- 2
रामफल, धावक गोल्ड मेडलिस्ट
बाईट:- 3
चंद्रो, बाला व सुमन, ग्रामीण महिलाएं
बाईट:- 4
सुदर्शन, सरपंच कमोद
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.