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सीएम के आश्वासन के बाद भी नहीं माने ग्रामीण, किया वोटिंग का बहिष्कार - VOTING

गांव वालों की नाराजगी और परेशानी का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि सीएम मनोहर लाल ने सरपंच को फोन पर उनकी समस्या के समाधान का आश्वसान दिया, इसके बावजूद भी ग्रामीण नहीं माने.

ग्रामीणों ने मतदान का किया बहिष्कार
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Published : May 12, 2019, 1:15 PM IST

चरखी दादरीः जिले के गांव दातौली के ग्रामीणों ने वोटिंग का बहिष्कार कर दिया है. ग्रामीण पिछले करीब 35 सालों से पानी के पानी की परेशानी झेल रहे हैं, जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष हैं.

गांव का जलघर और जोहड़ सूखे पड़े होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गांव वालों की नाराजगी और परेशानी का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि सीएम मनोहर लाल ने सरपंच को फोन पर समस्या के समाधान का आश्वसान दिया, इसके बावजूद भी ग्रामीण नहीं माने.

सीएम के आश्वासन के बाद भी नहीं माने ग्रामीण, किया वोटिंग का बहिष्कार, क्लिक कर देखें वीडियो.

ग्रामीणों का कहना है कि समस्या के सामाधान होने तक वो वोट नहीं डालेंगे. अगर चुनाव के बाद उनकी समस्या का समाधान हो जाता है तो अगले इलेक्शन में गांव के लोग जरूर मतदान करेंगे.

चरखी दादरीः जिले के गांव दातौली के ग्रामीणों ने वोटिंग का बहिष्कार कर दिया है. ग्रामीण पिछले करीब 35 सालों से पानी के पानी की परेशानी झेल रहे हैं, जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष हैं.

गांव का जलघर और जोहड़ सूखे पड़े होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गांव वालों की नाराजगी और परेशानी का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि सीएम मनोहर लाल ने सरपंच को फोन पर समस्या के समाधान का आश्वसान दिया, इसके बावजूद भी ग्रामीण नहीं माने.

सीएम के आश्वासन के बाद भी नहीं माने ग्रामीण, किया वोटिंग का बहिष्कार, क्लिक कर देखें वीडियो.

ग्रामीणों का कहना है कि समस्या के सामाधान होने तक वो वोट नहीं डालेंगे. अगर चुनाव के बाद उनकी समस्या का समाधान हो जाता है तो अगले इलेक्शन में गांव के लोग जरूर मतदान करेंगे.

Intro:गांव दातोली के ग्रामीणों ने मतदान का किया बहिष्कार, नहीं डाला किसी ने वोट
: सीएम ने सरपंच से की फोन पर बात, नहीं माना आश्वासन
: पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों का मतदान बहिष्कार जारी रहेगा
: प्रशासनिक अधिकारी व भारी पुलिस फोर्स गांव में पहुंचे
: अधिकारियों ने जलघर का निरीक्षण किया, चुनाव बाद समाधान का दिया आश्वासन
चरखी दादरी। जिले के गांव दातोली में पिछले 35 वर्षों से पेयजल संकट झेल रहे ग्रामीणों द्वारा पंचायत कर मतदान बहिष्कार किया गया। गांव में पोलिंग पार्टियां पहुंची, अधिकारी पहुंचे लेकिन कोई भी ग्रामीण मतदान करने नहीं गया। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एसपी स्मिति चौधरी ने गांव में पहुंचकर ग्रामीणों को मतदान करने बारे समझाया गया। लेकिन ग्रामीण अपने फैसले पर अड़े रहे। दोपहर सीटीएम डा. विरेंद्र सिंह व डीएसपी अनिल कुमार मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया। अधिकारियों ने सरपंच की सीएम मनोहर लाल से फोन पर बात भी करवाई और समाधान का आश्वासन दिया। लेकिन ग्रामीण टस से मस नहीं हुए और मतदान नहीं करने का फरमान जारी रखा। Body:शनिवार को गांव दातोली के सरपंच दयानंद की अध्यक्षता में पंचायत आयोजित कर मतदान का बहिष्कार करने का फैसला लिया गया था। पंचायत में स्पष्ट किया गया था कि गांव का कोई भी नागरिक वोट नहीं डालेगा। क्योंकि उनके गांव में पेयजल समस्या का समाधान करने के लिए अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक अवगत करवा चुके हैं। गांव का जलघर व जोहड़ सूखे पड़े होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मतदान एकासमय शुरू होने से पूर्व ही ग्रामीणों ने सरपंच दयानंद की अगुवाई में बूथ केंद्रों के बाहर धरना देकर रोष प्रदर्शन किया और बहिष्कार जारी रखा। Conclusion:गांव की पंचायत द्वारा मतदान बहिष्कार की सूचना पर सीटीएम विरेंद्र सिंह, एसपी स्मिति चौधरी सहित कई प्रशासनिक अधिकारी गांव में पहुंचे और उनको समझाने का प्रयास किया कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान जरूरी है। लेकिन ग्रामीण अपने फैसले पर अड़े रहे। अधिकारियों ने गांव में घूमकर लोगों से आह्वान किया और जलघर का निरीक्षण कर समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से मतदान नहीं करने की बात कही। काफी मशक्कत के बाद अधिकारियों ने सीएम मनोहर लाल की सरपंच दयानंद से फोन पर बात भी करवाई। अधिकारियों ने कहा कि मामला सीएम के संज्ञान में है और आचार संहिता समाप्त होने पर उनके गांव की पेयजल समस्या का स्थाई समाधान कर दिया जाएगा। लेकिन ग्रामीणों ने फैसला लिया कि समाधान होने तक कोई वोट नहीं डालेगा। सीटीएम डा. विरेंद्र सिंह ने बताया कि सीएम से फोन पर बात की गई है। आचार संहिता के बाद गांव की पेयजल संकट का स्थाई समाधान करवाने का आश्वासन दिया गया है। फिलहाल गांव में पोलिंग पार्टियां वोटरों का इंतजार कर रही हैं और प्रशासनिक अधिकारी वोटरों व ग्रामीणों को समझाने के प्रयास में लगे हुए थे।
विजवल:- 1
गांव का शाइन बोर्ड, मतदान केंद्रों के बाहर बैठे पोलिंग पार्टियों के सदस्य, सुनसान पड़े मतदान केंद्र, उपस्थित पुलिस फोर्स, धरने पर बैठे ग्रामीण, समझाने का प्रयास करते अधिकारी, जलघर व मतदान केंद्रों का निरीक्षण करते व सरपंच की सीएम से फोन पर बात करवाते अधिकारियों के कट शाटस
बाईट:- 2
दयानंद, सरपंच
बाईट:- 3
डा. विरेंद्र सिंह, सीटीएम
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