ETV Bharat / state

चरखी दादरी: तीन गांवों की पंचायत ने रुकवाया अवैध माइनिंग कार्य - haryana news in hindi

अवैध रूप से हो रही माइनिंग के विरोध में तीन गांवों की पंचायतों ने सर्वसम्मति से फैसला लेते हुए माइनिंग कार्य बीच में रुकवा दिया है.

Mining work stopped in Charkhi Dadri.
तीन गांवों की पंचायत ने रूकवाया माइनिंग कार्य
author img

By

Published : Dec 10, 2020, 7:26 AM IST

Updated : Dec 10, 2020, 7:40 AM IST

चरखी दादरी: खनन क्षेत्र में अवैध रूप से हो रही माइनिंग के विरोध में तीन गांवों की पंचायतों ने सर्वसम्मति से फैसला लेते हुए माइनिंग कार्य बीच में रुकवा दिया है. साथ ही सरकार और प्रशासन से अवैध माइनिंग के अलावा ब्लास्टिंग और ओवरलोड रोकने की मांग की है. इसके अलावा माइनिंग कंपनी पर ग्राम पंचायतों द्वारा किए करार के नियमों की उल्लंघना के भी आरोप लगाए हैं.

बता दें कि गांव अटेला के माइनिंग जोन में ग्रामीणों द्वारा पिछले 45 दिन से अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है. धरनास्थल पर ही गांव अटेला कलां, अटेला खुर्द और अटेला पहाड़वाला के ग्रामीण एकजुट हुए और पंचायत कर कई फैसले लिए हैं.

तीन गांवों की पंचायत ने रुकवाया माइनिंग कार्य देखें वीडियो

पंचायत की अध्यक्षता पूर्व सरपंच जगदीश राय ने की और कहा गया कि माइनिंग कंपनी द्वारा ग्राम पंचायतों से किए करार के विरुद्ध कार्य किया जा रहा है. ना तो उनके गांवों के युवाओं को नौकरी दी जा रही और ना ही गाड़ियां लगाई जा रही हैं. इतना ही नहीं बल्कि डार्क जोन क्षेत्र में पानी का दुहन ज्यादा किया जा रहा है. ऐसे में ग्रीन बेल्ट में काफी नुकसान हो रहा है.

पंचायत में प्रतिनिधियों ने कहा कि कई बार प्रशासन और संबंधि माइनिंग कंपनी को अवगत करवाया और अल्टीमेटम भी दिया गया. बावजूद इसके अवैध माइनिंग पर रोक नहीं लगी और ना ही ग्राम पंचायतों से हुए करार को पूरा किया गया. ऐसे में माइनिंग जोन को बंद करके आर-पार की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया गया है. पंचायत ने निर्णय के बाद माइनिंग जोन में पहुंचकर गाड़ियों को खाली करवाया और माइनिंग जोन को बंद करवा दिया गया है.

'समाधान नहीं हुआ तो शुरू करेंगे धरना'

पंचायत अध्यक्ष जगदीश राय ने बताया कि प्रशानिक अधिकारियों से मिलीभगत करके ब्लास्टिंग और ओवरलोडिंग का कार्य चल रहा है. जिसके कारण इन हालातों में ग्रामीणों को काफी परेशानियां हो रही हैं. ऐसे में माइनिंग जोन को बंद कर दिया गया.

जमींदारा छात्र सभा के प्रधान इंद्रजीत सांगवान और पंचायत प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि नियमों को ताक पर रखकर अवैध रूप से माइनिंग करके पहाड़ का पत्थर चोरी किया जा रहा है.

वहीं साथ पानी का अवैध दोहन करके उनकी खेती को खराब किया जा रहा है. इसके अलावा ग्राम पंचायतों से किए करार की उल्लंघना की है. इसलिए माइनिंग जोन को बंद करवाया है. अगर दो दिन में समाधान नहीं हुआ तो माइनिंग जोन को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर देंगे और धरना शुरू करेंगे.

ये भी पढे़ं- साइबर सिटी गुरुग्राम में एक और फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

चरखी दादरी: खनन क्षेत्र में अवैध रूप से हो रही माइनिंग के विरोध में तीन गांवों की पंचायतों ने सर्वसम्मति से फैसला लेते हुए माइनिंग कार्य बीच में रुकवा दिया है. साथ ही सरकार और प्रशासन से अवैध माइनिंग के अलावा ब्लास्टिंग और ओवरलोड रोकने की मांग की है. इसके अलावा माइनिंग कंपनी पर ग्राम पंचायतों द्वारा किए करार के नियमों की उल्लंघना के भी आरोप लगाए हैं.

बता दें कि गांव अटेला के माइनिंग जोन में ग्रामीणों द्वारा पिछले 45 दिन से अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है. धरनास्थल पर ही गांव अटेला कलां, अटेला खुर्द और अटेला पहाड़वाला के ग्रामीण एकजुट हुए और पंचायत कर कई फैसले लिए हैं.

तीन गांवों की पंचायत ने रुकवाया माइनिंग कार्य देखें वीडियो

पंचायत की अध्यक्षता पूर्व सरपंच जगदीश राय ने की और कहा गया कि माइनिंग कंपनी द्वारा ग्राम पंचायतों से किए करार के विरुद्ध कार्य किया जा रहा है. ना तो उनके गांवों के युवाओं को नौकरी दी जा रही और ना ही गाड़ियां लगाई जा रही हैं. इतना ही नहीं बल्कि डार्क जोन क्षेत्र में पानी का दुहन ज्यादा किया जा रहा है. ऐसे में ग्रीन बेल्ट में काफी नुकसान हो रहा है.

पंचायत में प्रतिनिधियों ने कहा कि कई बार प्रशासन और संबंधि माइनिंग कंपनी को अवगत करवाया और अल्टीमेटम भी दिया गया. बावजूद इसके अवैध माइनिंग पर रोक नहीं लगी और ना ही ग्राम पंचायतों से हुए करार को पूरा किया गया. ऐसे में माइनिंग जोन को बंद करके आर-पार की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया गया है. पंचायत ने निर्णय के बाद माइनिंग जोन में पहुंचकर गाड़ियों को खाली करवाया और माइनिंग जोन को बंद करवा दिया गया है.

'समाधान नहीं हुआ तो शुरू करेंगे धरना'

पंचायत अध्यक्ष जगदीश राय ने बताया कि प्रशानिक अधिकारियों से मिलीभगत करके ब्लास्टिंग और ओवरलोडिंग का कार्य चल रहा है. जिसके कारण इन हालातों में ग्रामीणों को काफी परेशानियां हो रही हैं. ऐसे में माइनिंग जोन को बंद कर दिया गया.

जमींदारा छात्र सभा के प्रधान इंद्रजीत सांगवान और पंचायत प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि नियमों को ताक पर रखकर अवैध रूप से माइनिंग करके पहाड़ का पत्थर चोरी किया जा रहा है.

वहीं साथ पानी का अवैध दोहन करके उनकी खेती को खराब किया जा रहा है. इसके अलावा ग्राम पंचायतों से किए करार की उल्लंघना की है. इसलिए माइनिंग जोन को बंद करवाया है. अगर दो दिन में समाधान नहीं हुआ तो माइनिंग जोन को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर देंगे और धरना शुरू करेंगे.

ये भी पढे़ं- साइबर सिटी गुरुग्राम में एक और फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

Last Updated : Dec 10, 2020, 7:40 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.