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लॉकडाउन: 1400 किलोमीटर साइकिल चलाकर 16 दिन में बीमार मां के पास पहुंचा हरियाणा का ये युवक

चरखी दादरी का संजय मुंबई में एक फिल्म का ऑडिशन देने गया था. कोरोना को लेकर देशभर में लॉकडाउन लगा तो वहीं फंस गया. घर से फोन आया कि मां गंभीर रूप से बीमार है. ऐसे में ओएलएक्स से पुरानी साइकिल खरीदकर उसी पर मां से मिलने की चाह में घर की ओर चल दिया.

haryana man covered 1400 kilometer to meet ill mother from cycle
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Published : Apr 26, 2020, 9:05 PM IST

चरखी दादरी: बीमार मां से मिलने की चाहत एक युवक को 1400 किलोमीटर दूर तक खींच लाई. मामला चरखी दादरी का है. जहां लॉकडाउन के दौरान एक शख्स ने अपनी बीमार मां से मिलने के लिए 1400 किलोमीटर का सफर साइकिल से ही तय कर लिया.

16वें दिन पहुंचा चरखी दादरी

करीब तीन महीने पहले चरखी दादरी का संजय मुंबई में एक फिल्म का ऑडिशन देने गया था. कोरोना को लेकर देशभर में लॉकडाउन लगा तो वहीं फंस गया. घर से फोन आया कि मां गंभीर रूप से बीमार है. ऐसे में घर लौटने की काफी कोशिश की लेकिन घर आने का कोई प्रबंध नहीं हुआ. इसलिए ओएलएक्स से पुरानी साइकिल खरीदकर उसी पर मां से मिलने की चाह में घर की ओर चल दिया. आखिरकार कई मुश्किलों से गुजरते हुए 16वें दिन अपने घर दादरी पहुंच गया.

1400 किलोमीटर साइकिल चलाकर 16 दिन में बीमार मां के पास पहुंचा हरियाणा का ये युवक

आते ही सिविल अस्पताल में चेकअप कराया

संजय पेशे से पेंटर है. जिसे फिल्मों का शौक है. इसलिए मायानगरी में किस्मत आजमाने के लिए गया था. लेकिन उसे मां की तबीयत बिगड़ने पर लौटना पड़ा. संजय ने दादरी में आते ही सिविल अस्पताल में अपना चेकअप करवाया. इस दौरान डॉक्टरों ने उसे 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी है. अस्पताल से संजय सीधे अपने घर पहुंचा और मां से मिलकर मन को शांति मिली.

'लॉकडाउन के कारण मुंबई में फंस गया था'

संजय ने बताया कि वो तीन महीने पहले एक बड़े बजट की फिल्म का ऑडिशन देने के लिए मुंबई गया था. फाइनल ऑडिशन होने के बाद जब उसे घर आना था तो देश में लॉकडाउन लग गया. ऐसे में ट्रेन और फ्लाइट सेवाएं बंद हुई तो उसे काफी परेशानियां हुई. उधर घर से फोन गया कि मां बीमार है. मां से मिलने के लिए उसने किसी भी तरह दादरी आने की ठानी और आखिरकार 16वें दिन घर पहुंचा.

ओएलएक्स से खरीदी पुरानी साइकिल

संजय रामफल ने बताया कि लॉकडाउन के चलते बाजार बंद थे तो उसने ओएलएक्स के माध्यम से मुंबई में ही एक पुरानी साइकिल खरीदी और बीती 11 अप्रैल को मुंबई से दादरी के लिए निकल पड़ा. करीब 1400 किलोमीटर सफर तय करते हुए 16वें दिन दादरी पहुंचा.

सफर में आई कई परेशानियां

संजय ने बताया कि उसने हर रोज करीब 80 से 90 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया. इस बीच उसे पुलिस नाकों के अलावा कई कच्चे रास्तों से होकर आगे बढऩा पड़ा. बीच रास्ते में उसकी साइकिल खराब हो गई तो फिर से एक पुरानी साइकिल खरीदकर दादरी पहुंचा.

ये भी पढ़ें- कोरोना के बहाने 'भूख का धंधा', सामाजिक संस्थाओं से लेकर कबाड़ी को 10 रुपये किलो रोटी बेच रहे लोग

चरखी दादरी: बीमार मां से मिलने की चाहत एक युवक को 1400 किलोमीटर दूर तक खींच लाई. मामला चरखी दादरी का है. जहां लॉकडाउन के दौरान एक शख्स ने अपनी बीमार मां से मिलने के लिए 1400 किलोमीटर का सफर साइकिल से ही तय कर लिया.

16वें दिन पहुंचा चरखी दादरी

करीब तीन महीने पहले चरखी दादरी का संजय मुंबई में एक फिल्म का ऑडिशन देने गया था. कोरोना को लेकर देशभर में लॉकडाउन लगा तो वहीं फंस गया. घर से फोन आया कि मां गंभीर रूप से बीमार है. ऐसे में घर लौटने की काफी कोशिश की लेकिन घर आने का कोई प्रबंध नहीं हुआ. इसलिए ओएलएक्स से पुरानी साइकिल खरीदकर उसी पर मां से मिलने की चाह में घर की ओर चल दिया. आखिरकार कई मुश्किलों से गुजरते हुए 16वें दिन अपने घर दादरी पहुंच गया.

1400 किलोमीटर साइकिल चलाकर 16 दिन में बीमार मां के पास पहुंचा हरियाणा का ये युवक

आते ही सिविल अस्पताल में चेकअप कराया

संजय पेशे से पेंटर है. जिसे फिल्मों का शौक है. इसलिए मायानगरी में किस्मत आजमाने के लिए गया था. लेकिन उसे मां की तबीयत बिगड़ने पर लौटना पड़ा. संजय ने दादरी में आते ही सिविल अस्पताल में अपना चेकअप करवाया. इस दौरान डॉक्टरों ने उसे 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी है. अस्पताल से संजय सीधे अपने घर पहुंचा और मां से मिलकर मन को शांति मिली.

'लॉकडाउन के कारण मुंबई में फंस गया था'

संजय ने बताया कि वो तीन महीने पहले एक बड़े बजट की फिल्म का ऑडिशन देने के लिए मुंबई गया था. फाइनल ऑडिशन होने के बाद जब उसे घर आना था तो देश में लॉकडाउन लग गया. ऐसे में ट्रेन और फ्लाइट सेवाएं बंद हुई तो उसे काफी परेशानियां हुई. उधर घर से फोन गया कि मां बीमार है. मां से मिलने के लिए उसने किसी भी तरह दादरी आने की ठानी और आखिरकार 16वें दिन घर पहुंचा.

ओएलएक्स से खरीदी पुरानी साइकिल

संजय रामफल ने बताया कि लॉकडाउन के चलते बाजार बंद थे तो उसने ओएलएक्स के माध्यम से मुंबई में ही एक पुरानी साइकिल खरीदी और बीती 11 अप्रैल को मुंबई से दादरी के लिए निकल पड़ा. करीब 1400 किलोमीटर सफर तय करते हुए 16वें दिन दादरी पहुंचा.

सफर में आई कई परेशानियां

संजय ने बताया कि उसने हर रोज करीब 80 से 90 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया. इस बीच उसे पुलिस नाकों के अलावा कई कच्चे रास्तों से होकर आगे बढऩा पड़ा. बीच रास्ते में उसकी साइकिल खराब हो गई तो फिर से एक पुरानी साइकिल खरीदकर दादरी पहुंचा.

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