चरखी दादरी: कई दिन के इंतजार के बाद कपास बेचने वाले किसान अब भुगतान नहीं होने से परेशान हैं. खरीद एजेंसी सीसीआई ने अभी एक भी किसान के खाते में भुगतान राशि नहीं डाली है, जबकि सीसीआई द्वारा जिले में अब तक करीब 26 हजार क्विंटल कपास खरीद चुकी है, जिसकी कीमत करीब 14 करोड़ 34 लाख रुपये है. अनेक किसान लगातर कपास खरीद के लिए इंतजार कर रहे हैं.
भुगतान राशि नहीं मिलने से खफा किसानों ने बुधवार को प्रदर्शन करते हुए रोष जताया. गौरतलब है कि दादरी जिले में कपास की एमएसपी पर खरीद शुरू करवाने के लिए किसान संगठनों द्वारा काफी प्रदर्शन व धरने दिए गए थे, जिसके बाद भी खरीद एजेंसी सीसीआई द्वारा खरीद देरी से शुरू की गई.
अब भी किसान फसल बेचने के लिए लाइनों में लगे हुए हैं. कपास की धीमी खरीद के चलते अभी भी किसान रात भर से इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में किसानों ने रोष प्रदर्शन करते हुए मंडी अधिकारियों पर लेट लतीफी के आरोप लगाए.
किसानों ने कहा कि कपास की भुगतान राशि आने के बाद ही वे खाद, बीज लाकर सरसों और गेहूं की बिजाई कर सकेंगे. पहले कपास बेचने के लिए लंबा इंतजार करवाया गया और अब भुगतान के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं.
ये भी पढ़ें- 'देश के भविष्य को नशे की दलदल में झोंकने वाले किसी तरह की राहत के हकदार नहीं'
भाकियू नेता जगबीर घसोला ने कहा कि किसान अपनी फसल के पैसे के इंतजार में हैं. भुगतान नहीं होने से किसानों को खासी परेशानियां हो रही हैं. अगर ऐसा ही रहा तो भाकियू बड़ा आंदोलन करेगी. वहीं सीसीआई के असिस्टेंट परचेज मैनेजर अंकित कुमार ने फोन पर बताया कि 16 अक्तूबर तक जिन किसानों से हमने कपास खरीदी है उनके खाते में जल्द भुगतान राशि डाल दी जाएगी. इस संबंध में हमने हैड ऑफिस अपनी रिपोर्ट भेज दी है.