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चरखी दादरी: प्रशासन की लापरवाही, मंडी में रखी फसल बारिश में भीगी

मंडियों में पुख्ता इंतजाम न होने के कारण किसानों ने खुद ही गेहूं को भीगने से बचाने का प्रयास किया, लेकिन बारिश तेज होने के कारण मंडियों में गेहूं व सरसों की ढेरियां भीग गईं.

मंडी में रखी फसल बारिश में भीगी
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Published : Apr 19, 2019, 10:28 AM IST

चरखी दादरी: बेमौसमी बरसात हरियाणा के किसानों पर कैसे-कैसे कहर बरपा रही है इसका उदाहरण बुधवार रात हुई बरसात ने सामने ला दिया.

बारिश ने चरखी दादरी की अनाज मंडी में खुले में रखे हजारों क्विंटल सरसों व गेहूं को बर्बाद कर दिया. मंडियों में पुख्ता इंतजाम न होने के कारण किसानों ने खुद ही गेहूं को भीगने से बचाने का प्रयास किया, लेकिन बारिश तेज होने के कारण मंडियों में गेहूं व सरसों की ढेरियां भीग गईं.

मंडी में रखी फसल बारिश में भीगी

भारी बारिश से किसी तरह बचाकर किसानों ने यहां सरसों व गेहूं को औने-पौने दाम पर बेचने का फैसला किया था. मार्केट कमेटी के अधिकारियों की ओर से फसल रखने की सही व्यवस्था न कर पाने के चलते बीते रात हुई बारिश ने सरसों व गेहूं की पूरी फसल को पानी के भेंट चढ़ा दिया. अनाज मंडी में बने सभी शेड्स पर व्यापारियों ने कब्जा कर रखा है.

उन्होंने इन शेड्स के नीचे अपना स्टॉक लगा रखा है. इसके चलते किसानों को मजबूरन अपनी उपज खुले में रखनी पड़ती है. नियमानुसार ये शेड्स किसानों की फसल रखने के लिए मार्केट कमेटी की ओर से बनवाए जाते हैं, लेकिन कमेटी के कर्मचारियों की लापरवाही का फायदा उठाकर इन शेड्स पर व्यापारी अपना कब्जा जमाए हुए हैं और यहां अपना स्टॉक रखा जा रहा है.

गेहूं व सरसों की फसल आधी खराब होने पर किसानों को उचित कीमत में बेचने के लिए आंखों में आंसू आ रहे हैं. हालांकि मंडी अधिकारियों द्वारा मौसम विभाग की चेतावनी के चलते कई दफा आढ़तियों को नोटिस भी जारी किए, लेकिन बारिश से बचाने के लिए कोई ठोस प्रबंध नहीं किए गए. यहीं कारण है कि बारिश से खराब फसल को सुखाने व उठान नहीं होने पर मंडी प्रबंधन द्वारा रविवार तक खरीद नहीं करने का फैसला लिया है.

चरखी दादरी: बेमौसमी बरसात हरियाणा के किसानों पर कैसे-कैसे कहर बरपा रही है इसका उदाहरण बुधवार रात हुई बरसात ने सामने ला दिया.

बारिश ने चरखी दादरी की अनाज मंडी में खुले में रखे हजारों क्विंटल सरसों व गेहूं को बर्बाद कर दिया. मंडियों में पुख्ता इंतजाम न होने के कारण किसानों ने खुद ही गेहूं को भीगने से बचाने का प्रयास किया, लेकिन बारिश तेज होने के कारण मंडियों में गेहूं व सरसों की ढेरियां भीग गईं.

मंडी में रखी फसल बारिश में भीगी

भारी बारिश से किसी तरह बचाकर किसानों ने यहां सरसों व गेहूं को औने-पौने दाम पर बेचने का फैसला किया था. मार्केट कमेटी के अधिकारियों की ओर से फसल रखने की सही व्यवस्था न कर पाने के चलते बीते रात हुई बारिश ने सरसों व गेहूं की पूरी फसल को पानी के भेंट चढ़ा दिया. अनाज मंडी में बने सभी शेड्स पर व्यापारियों ने कब्जा कर रखा है.

उन्होंने इन शेड्स के नीचे अपना स्टॉक लगा रखा है. इसके चलते किसानों को मजबूरन अपनी उपज खुले में रखनी पड़ती है. नियमानुसार ये शेड्स किसानों की फसल रखने के लिए मार्केट कमेटी की ओर से बनवाए जाते हैं, लेकिन कमेटी के कर्मचारियों की लापरवाही का फायदा उठाकर इन शेड्स पर व्यापारी अपना कब्जा जमाए हुए हैं और यहां अपना स्टॉक रखा जा रहा है.

गेहूं व सरसों की फसल आधी खराब होने पर किसानों को उचित कीमत में बेचने के लिए आंखों में आंसू आ रहे हैं. हालांकि मंडी अधिकारियों द्वारा मौसम विभाग की चेतावनी के चलते कई दफा आढ़तियों को नोटिस भी जारी किए, लेकिन बारिश से बचाने के लिए कोई ठोस प्रबंध नहीं किए गए. यहीं कारण है कि बारिश से खराब फसल को सुखाने व उठान नहीं होने पर मंडी प्रबंधन द्वारा रविवार तक खरीद नहीं करने का फैसला लिया है.

Intro:बदलते मौसम का रुख नहीं समझ सका प्रशासन, किसानों को भोगना पड़ा खामियाजा
: तेज बारिश के कारण बारिश की भेंट चढ़ा गेहूं व सरसों
: बदलते मौसम के मिजाज के चलते किसानों की आंखों में आए आंसू
चरखी दादरी,: बेमौसमी बरसात हरियाणा के किसानों पर कैसे-कैसे कहर बरपा रही है इसका उदाहरण बुधवार रात हुई बरसात ने सामने ला दिया। रही सही कसर प्रशासन की अव्यवस्था और लचर रवैये ने पूरी कर दी। बारिश ने चरखी दादरी की अनाज मंडी में खुले में रखे हजारों क्विंटल सरसों व गेहूं को बर्बाद कर दिया। मंडियों में पुख्ता इंतजाम न होने के कारण किसानों ने खुद ही गेहूं को भीगने से बचाने का प्रयास किया, लेकिन बारिश तेज होने के कारण मंडियों में गेहूं व सरसों की ढेरियां भीग गईं।
भारी बारिश से किसी तरह बचाकर किसानों ने यहां सरसों व गेहूं को औने-पौने दाम पर बेचने का फैसला किया था। मार्केट कमेटी के अधिकारियों की ओर से फसल रखने की सही व्यवस्था न कर पाने के चलते बीते रात हुई बारिश ने सरसों व गेहूं की पूरी फसल को पानी के भेंट चढ़ा दिया। अनाज मंडी में बने सभी शेड्स पर व्यापारियों ने कब्जा कर रखा है। उन्होंने इन शेड्स के नीचे अपना स्टॉक लगा रखा है। इसके चलते किसानों को मजबूरन अपनी उपज खुले में रखनी पड़ती है। नियमानुसार ये शेड्स किसानों की फसल रखने के लिए मार्केट कमेटी की ओर से बनवाए जाते हैं, लेकिन कमेटी के कर्मचारियों की लापरवाही का फायदा उठाकर इन शेड्स पर व्यापारी अपना कब्जा जमाए हुए हैं और यहां अपना स्टॉक रखा जा रहा है।
देर रात हुई बारिश के चलते बृस्पतिवार को दिनभर जहां किसान अपनी फसल को सुखाने के लिए मशक्कत करते रहे। वहीं गेहूं व सरसों की फसल आधी खराब होने पर किसानों को उचित कीमत में बेचने के लिए आंखों में आंसू आ रहे हैं। हालांकि मंडी अधिकारियों द्वारा मौसम विभाग की चेतावनी के चलते कई दफा आढतियों को नोटिस भी जारी किए। लेकिन बारिश से बचाने के लिए कोई ठोस प्रबंध नहीं किए गए। यहीं कारण है कि बारिश से खराब फसल को सुखाने व उठान नहीं होने पर मंडी प्रबंधन द्वारा रविवार तक खरीद नहीं करने का फैसला लिया है।Body:बाक्स:-
सरसों की कीमत हो गई आधी
मंडी में अपनी उपज बेचने वाले महेंद्र, सुखविंद्र और सुरेश के मुताबिक अब खुले में सरसों के भीगने के कारण इसकी कीमत आधी भी नहीं रह गई है। किसानों ने कमेटी के लापरवाह कर्मचारियों व शेड्स के नीचे अवैध स्टॉक लगाकर बैठे व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए खराब हुई फसल के मुआवजे की मांग की है।
बाक्स:-
बचाव इंतजाम नही होने के कारण
मार्केट कमेटी के नोटिस दिये जाने पर आढति अनिल ने कहा कि मार्केट कमेटी ने हमें बचाव इंतजाम नही होने के कारण नोटिस किया है। जबकि हमने कट्टों को पूरी तरह उपर से ढक दिया था। नीचे सारा पानी गया है, जो बाहर का पानी शैड के बीस फूट अन्दर तक पानी गया है। जब शैड है तब भी फसल भीग रही है। ये सारी जिम्मेदारी मार्केट कमेटी की है। इससे किसान व आढति दोनों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। मार्केट कमेटी की तरफ से किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नही है।
बाक्स:-
प्रशासन अब भी सुस्त, नोटिस जारी कर फॉरमल्टी की
किसानों की आखिरी उम्मीद टूट जाने के बाद भी प्रशासन की नींद नहीं टूटी है। इस बारे में मार्केट कमेटी के सचिव बसंत कुमार से जब बात की गई तो उन्होंने माना कि बारिश के कारण गेहूं व सरसों की फसल में नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि बारिश से फसल बचाने के लिए आढतियों को नोटिस जारी किए हैं। अगर अब आढति उचित प्रबंध नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल रविवार तक खरीद का शैडयूल रद्द कर दिया गया है।
विजवल:-1
मंडी के उपर मंडराता खराब मौसम, पानी में पड़ी सरसों की बोरियां, आस-पास बाहर पड़ी सरसों, पानी से भीगी भरी रखी सरसों की बोरियां, खराब सरसों को सवारते बच्चें, बारिश से बही, एक हुए सरसों व गेहूं की फसल, बहाव से दूर-दूर तक बही सरसों, मंडी में बने शैड के भीतर भीगी सरसों दिखाते हुए के कट शाटस
बाईट:-2
नरेश, बलजीत, किसान
बाईट:-3
अनिल, आढति
बाईट:-4
बसन्त, मार्केट कमेटी सचिव Conclusion:बदलते मौसम का रुख नहीं समझ सका प्रशासन, किसानों को भोगना पड़ा खामियाजा
: तेज बारिश के कारण बारिश की भेंट चढ़ा गेहूं व सरसों
: बदलते मौसम के मिजाज के चलते किसानों की आंखों में आए आंसू
चरखी दादरी,: बेमौसमी बरसात हरियाणा के किसानों पर कैसे-कैसे कहर बरपा रही है इसका उदाहरण बुधवार रात हुई बरसात ने सामने ला दिया। रही सही कसर प्रशासन की अव्यवस्था और लचर रवैये ने पूरी कर दी। बारिश ने चरखी दादरी की अनाज मंडी में खुले में रखे हजारों क्विंटल सरसों व गेहूं को बर्बाद कर दिया। मंडियों में पुख्ता इंतजाम न होने के कारण किसानों ने खुद ही गेहूं को भीगने से बचाने का प्रयास किया, लेकिन बारिश तेज होने के कारण मंडियों में गेहूं व सरसों की ढेरियां भीग गईं।
भारी बारिश से किसी तरह बचाकर किसानों ने यहां सरसों व गेहूं को औने-पौने दाम पर बेचने का फैसला किया था। मार्केट कमेटी के अधिकारियों की ओर से फसल रखने की सही व्यवस्था न कर पाने के चलते बीते रात हुई बारिश ने सरसों व गेहूं की पूरी फसल को पानी के भेंट चढ़ा दिया। अनाज मंडी में बने सभी शेड्स पर व्यापारियों ने कब्जा कर रखा है। उन्होंने इन शेड्स के नीचे अपना स्टॉक लगा रखा है। इसके चलते किसानों को मजबूरन अपनी उपज खुले में रखनी पड़ती है। नियमानुसार ये शेड्स किसानों की फसल रखने के लिए मार्केट कमेटी की ओर से बनवाए जाते हैं, लेकिन कमेटी के कर्मचारियों की लापरवाही का फायदा उठाकर इन शेड्स पर व्यापारी अपना कब्जा जमाए हुए हैं और यहां अपना स्टॉक रखा जा रहा है।
देर रात हुई बारिश के चलते बृस्पतिवार को दिनभर जहां किसान अपनी फसल को सुखाने के लिए मशक्कत करते रहे। वहीं गेहूं व सरसों की फसल आधी खराब होने पर किसानों को उचित कीमत में बेचने के लिए आंखों में आंसू आ रहे हैं। हालांकि मंडी अधिकारियों द्वारा मौसम विभाग की चेतावनी के चलते कई दफा आढतियों को नोटिस भी जारी किए। लेकिन बारिश से बचाने के लिए कोई ठोस प्रबंध नहीं किए गए। यहीं कारण है कि बारिश से खराब फसल को सुखाने व उठान नहीं होने पर मंडी प्रबंधन द्वारा रविवार तक खरीद नहीं करने का फैसला लिया है।
बाक्स:-
सरसों की कीमत हो गई आधी
मंडी में अपनी उपज बेचने वाले महेंद्र, सुखविंद्र और सुरेश के मुताबिक अब खुले में सरसों के भीगने के कारण इसकी कीमत आधी भी नहीं रह गई है। किसानों ने कमेटी के लापरवाह कर्मचारियों व शेड्स के नीचे अवैध स्टॉक लगाकर बैठे व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए खराब हुई फसल के मुआवजे की मांग की है।
बाक्स:-
बचाव इंतजाम नही होने के कारण
मार्केट कमेटी के नोटिस दिये जाने पर आढति अनिल ने कहा कि मार्केट कमेटी ने हमें बचाव इंतजाम नही होने के कारण नोटिस किया है। जबकि हमने कट्टों को पूरी तरह उपर से ढक दिया था। नीचे सारा पानी गया है, जो बाहर का पानी शैड के बीस फूट अन्दर तक पानी गया है। जब शैड है तब भी फसल भीग रही है। ये सारी जिम्मेदारी मार्केट कमेटी की है। इससे किसान व आढति दोनों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। मार्केट कमेटी की तरफ से किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नही है।
बाक्स:-
प्रशासन अब भी सुस्त, नोटिस जारी कर फॉरमल्टी की
किसानों की आखिरी उम्मीद टूट जाने के बाद भी प्रशासन की नींद नहीं टूटी है। इस बारे में मार्केट कमेटी के सचिव बसंत कुमार से जब बात की गई तो उन्होंने माना कि बारिश के कारण गेहूं व सरसों की फसल में नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि बारिश से फसल बचाने के लिए आढतियों को नोटिस जारी किए हैं। अगर अब आढति उचित प्रबंध नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल रविवार तक खरीद का शैडयूल रद्द कर दिया गया है।
विजवल:-1
मंडी के उपर मंडराता खराब मौसम, पानी में पड़ी सरसों की बोरियां, आस-पास बाहर पड़ी सरसों, पानी से भीगी भरी रखी सरसों की बोरियां, खराब सरसों को सवारते बच्चें, बारिश से बही, एक हुए सरसों व गेहूं की फसल, बहाव से दूर-दूर तक बही सरसों, मंडी में बने शैड के भीतर भीगी सरसों दिखाते हुए के कट शाटस
बाईट:-2
नरेश, बलजीत, किसान
बाईट:-3
अनिल, आढति
बाईट:-4
बसन्त, मार्केट कमेटी सचिव
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