चरखी दादरी: हरियाणा पुलिस का एक बेखौफ चेहरा सामने आया है. पुलिस ने चरखी दादरी में कथित रूप से बीती रात एक युवक की पकड़कर इतनी पिटाई कर डाली कि उसका पैर टूट गया. इतना ही नहीं युवक की पिटाई के बाद खाली पेज पर हस्ताक्षर करवा लिए.
पुलिस टीम द्वारा पीड़ित से बिंदर हत्याकांड में राजीनामा का दबाव भी बनाया गया. घायल पीड़ित को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां से उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया. पीड़ित ने पुलिस के आला अधिकारियों को शिकायत पत्र लिखते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
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पीड़ित राहुल कुमार ने बताया कि बीती रात किसी कार्य के लिए शहर के रोज गार्डन के पास गया था. इसी दौरान एक पीसीआर उसके पास आकर रुकी और लात-घूसे मारते हुए उसे गाड़ी में डालकर सिटी पुलिस थाना ले आई. जहां पुलिस कर्मियों ने करीब एक घंटे तक उसके साथ मारपीट करते हुए बिंदर हत्याकांड में राजीनामा करवाने का दबाव बनाया.
उसने बताया कि पुलिस की पिटाई से उसका पैर टूट गया और पीठ व अन्य जगहों पर काफी चोटें आई. मामला यहां भी शांत नहीं हुआ, पुलिस कर्मियों ने पीड़ित से खाली कागजों पर हस्ताक्षर भी करवाए और केस में फंसाने की धमकियां भी दी. देर रात परिजनों के आने के बाद उसे छोड़ दिया गया और सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां से उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया.
बिंदर हत्याकांड क्या है?
बता दें कि 9 फरवरी को रोहतक में राजेश पंडित की हत्यारोपियों को काबू करने के लिए एसटीएफ टीम द्वारा महेंद्रगढ़ चुंगी के पास गोलियां चलाई थी. जिसमें दादरी के गौशाला चौक निवासी बिंदर की मौत हो गई. इस मामले में पुलिस ने हत्या का केस दर्ज करते हुए एसटीएफ टीम के एक सदस्य को गिरफ्तार भी किया था.
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