चरखी दादरी: सिंचाई विभाग द्वारा नहरों पर पानी चोरी रोकने, नहर के पानी में जाने में आने वाली बाधाओं को रोकने के लिए बेलदार और कैनाल गार्डों की दिन-रात ड्यूटियां लगाई गई हैं. नहरों की पटरी पर ही विभाग द्वारा कर्मचारियों के रेस्ट करने और सोने के लिए कमरे भी बनाए हैं. इन कमरों में ना तो कुछ सुविधाएं हैं और ना ही सुरक्षा के कोई प्रबंध.
होदी पर बैठकर पहरा देते हैं गार्ड
कमरों में ना लाइटें, ना चारपाई और ना ही कुर्सी है. ऐसे में कर्मचारियों को कमरों में रेस्ट करने या सोने के लिए सांप, अन्य जहरीले कीड़ों का भय सताता रहता है. मजबूरी में कर्मचारियों को नहर पर बनाई गई डेढ़ फुट चौड़ी होदी पर बैठकर पहरा देना पड़ रहा है. एक ग्रामीण द्वारा इस मामले का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
अधिकारियों को कई बार की गई शिकायत
वहीं सर्व कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष राजकुमार घिकाड़ा ने बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा नहरों की पटरी पर बनाए कमरों में सुविधाएं देने को लेकर कर्मचारी संगठन कई बार आवाज उठा चुका है.
अधिकारियों को लिखित में देने के बाद भी कोई समाधान नहीं किया गया. कर्मचारियों को भय के साये में रात की ड्यूटी देनी पड़ रही है. शायद विभाग बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा है.
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डर के साए में सिक्योरिटी गार्ड
कैनाल गार्ड सुभाष ने बताया कि विभाग द्वारा बनाए कमरों में सुविधाएं उपलब्ध करवाने बारे कई बार अवगत करवाया. बावजूद इसके कोई सुविधा नहीं दी गई. मजबूरी में उन्हें भय के साए में रात को ड्यूटी करनी पड़ रही है.
बहरहाल अब देखना होगा कि संबंधित विभाग द्वारा नहरों की पटरी पर बनाए कमरों में कब तक सुविधाएं उपलब्ध करवाता है? या फिर यहां ड्यूटी दे रहे कर्मचारियों के साथ कुछ अनहोनी का इंतजार कर रहा है.