चरखी दादरी: एक तरफ किसान जहां फसल खरीद के दौरान टोकन को लेकर परेशान हैं तो वहीं नंबर नहीं आने के कारण कई दिनों से लगातार मंडियों में फसल लेकर पहुंचे किसान खरीद का इंतजार कर रहे हैं. किसानों की समस्या सिर्फ यहां नहीं खत्म हुई, बल्कि कपास खरीद के दौरान वजन में कटौती करने को लेकर भी किसानों ने मंडी में खूब बवाल किया.
दरअसल मिलों में कपास की आवक बढ़ने से कपास की खरीद बंद कर दी गई थी. एक सप्ताह तक कपास की खरीद बंद होने से किसान लगातार मार्केट कमेटी कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं. अनाज मंडी पहुंचे किसानों ने बताया कि तीन दिन से वो अपनी फसल लेकर मंडी में आ रहे हैं लेकिन मंडी अधिकारियों द्वारा उन्हें टोकन नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं बाजरा खरीद के लिए किसान टोकन वैरिफाई करवाने के लिए मार्केट कमेटी और डीसी कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं. उन्हें सही जानकारी ही नहीं कि कैसे उनकी फसल खरीदी जाएगी. किसानों ने कहा कि कपास खरीद में कटौती के नाम पर मिल मालिक अपनी मनमर्जी चला रहे हैं. जिसकी वजह से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है.
खरीद के दौरान किसानों के समक्ष आ रही परेशानियों को लेकर मंडी में पहुंचे किसान संघ के जिलाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि मंडी अधिकारियों से मिलीभगत करके मिल मालिक किसानों को कटौती के नाम पर हजारों रुपए का चूना लगा रहे हैं. अगर प्रशासन ने कटौती बंद नहीं कि तो किसान संगठन एकजुट होकर बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.
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