चरखी दादरी: हरियाणा में विधानसभा का बिगुल बजते ही टिकटों की मारामारी चल रही है. ऐसे में टिकट लेने और सेटिंग करने के कई मामले सामने आए हैं. ऐसा ही एक मामला दादरी से सामने आया है. जहां बीजेपी के जिलाध्यक्ष रामकिशन शर्मा को विधानसभा की टिकट दिलाने का प्रलोभन देकर लाखों रुपए की ठगी करने की कोशिश की गई.
जिलाध्यक्ष को टिकट का प्रलोभन
जिलाध्यक्ष को प्रलोभन देने वाले आरोपी ने खुद को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टीम का मेंबर बताया. पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज करते हुए एक आरोपी अभिषेक त्रिपाठी को काबू कर दो दिन के रिमांड पर लिया है. वहीं दूसरा आरोपित फरार हो गया. पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है.
आरोपी ने खुद को बताया अमित शाह का पीए
बता दें कि बीजेपी के जिलाध्यक्ष रामकिशन शर्मा ने शनिवार को सिटी पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई और बताया कि अभिषेक त्रिपाठी नामक व्यक्ति से उसकी मुलाकात लोकसभा चुनाव 2019 से पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की दादरी रैली के दौरान हुई थी. जिसने खुद को अमित शाह की टीम का मेंबर बताते हुए उसे दादरी विधानसभा चुनाव के टिकट का प्रलोभन दिया. कुछ दिन पहले अभिषेक त्रिपाठी ने जिलाध्यक्ष को केंद्रीय मंत्री अमित शाह का पीए बताते हुए राणा नाम के व्यक्ति से मुलाकात करवाई. दिल्ली के एक होटल में दोनों की मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों ने जिलाध्यक्ष को बैंक अकाउंट नंबर देते हुए खाते में पैसे डालने को कहा था.
10 लाख रुपए की हुई बात
बताया जा रहा है कि दोनों ने जिलाध्यक्ष को 10 लाख रुपए देने की बात कही थी शिकायत के आधार पर सिटी पुलिस ने दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 384, 511, 420,120बी के तहत केस दर्ज किया गया है.
एक आरोपी काबू, दो दिन की रिमांड पर
एसपी मोहित हांडा ने बताया कि मामला संज्ञान में आते हुए पुलिस तुरंत द्वारा केस दर्ज करके तत्वरित कार्रवाई की. पुलिस टीम ने भिवानी से बिहार के सिवान जिला निवासी अभिषेक मणि त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि उसका दूसरा साथी दिल्ली निवासी संदीप राणा फरार हो गया, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है.
लाखों रुपए ऐंठने का का था प्लान
एसपी ने बताया कि दोनों केंद्रीय मंत्री अमित शाह की टीम का सदस्य बताकर लाखों रुपए की ठगी करना चाहते थे. दोनों ने विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाने के लिए 10 से 15 लाख रुपए ऐठने का प्लान बनाया था.