जींदः किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सोमवार रात को तबीयत अचानक बिगड़ गई है. वो बीते 43 दिनों से आमरण अनशन पर हैं. उनका बीपी 80/56 तक पहुंच गया था. एक घंटे तक उनकी स्थिति गंभीर बनी रही. हालांकि, एक घंटे बाद उनका बीपी सामान्य हुआ. ऐसे में अब सवाल उठता है कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कब कराया जाएगा.
डॉक्टरों ने हाथ-पैर मसलाः जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि उनकी हालत अब काफी गंभीर हो गई है. इसलिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए. सोमवार की रात उनकी तबीयत खराब हो गई थी. मौके पर मौजूद डॉक्टरों की टीम ने काफी देर तक उनके हाथ-पैर मसले और फिर पानी पिलाया.
..और सतनाम वाहेगुरु का जाप हो गया शुरूः डल्लेवाल की तबीयत का पता चलते ही मौके पर मौजूद सभी किसान जाग गए. उन्होंने रात को ही डल्लेवाल की सेहत को लेकर सतनाम वाहेगुरु का जाप करना शुरू कर दिया था. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई हाई पावर कमेटी ने भी डल्लेवाल से मुलाकात की और उनसे अपील करते हुए कहा कि वो अस्पताल में भर्ती हो जाएं और अपना ट्रीटमेंट कराएं. लेकिन, डल्लेवाल ने कमेटी की बात मानने से इंकार कर दिया है.
अनशन पर रहें, लेकिन मेडिकल ट्रीटमेंट ले लेंः सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर कमेटी पूर्व जज नायब सिंह के नेतृत्व में डल्लेवाल से मिलने पहुंची थी. इस दौरान नायब सिंह ने डल्लेवाल कहा कि आपकी सेहत और जिंदगी की सभी को जरूरत है, इसलिए आप बेशक अपना अनशन खत्म न करें, लेकिन मेडिकल ट्रीटमेंट ले लें. इसके जवाब में डल्लेवाल ने कहा कि उनके लिए किसान पहले है और सेहत बाद में है. ऐसे में डल्लेवाल ने एक बार फिर से मेडिकल ट्रीटमेंट लेने की अपील को ठुकरा दिया है.
4 जनवरी को भी बिगड़ी थी तबीयतः इस दौरान कमेटी में खेती बाड़ी माहिर देविंदर शर्मा, अर्थशास्त्री रणजीत घुम्मन, पंजाब फार्मर्स कमीशन के चेयरपर्सन सुखपाल सिंह, पूर्व डीजीपी बीएस संधू सहित अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे. बता दें कि इससे पहले 4 जनवरी को किसानों की महापंचायत के दौरान भी उनकी तबीयत बिगड़ गई थी. उन्होंने करीब 9 मिनट तक किसानों को संबोधित किया था, जिसके बाद उन्हें चक्कर आ गए और उल्टियां होने लगी थी. उनका ब्लड प्रेशर भी कम हो गया था.