चरखी दादरी : मोटे ब्याज के लालच में झिंझर गांव में सैकड़ों किसानों ने अपने जीवन भर की जमा-पूंजी गंवा दी. बताया जा रहा है कि गांव का एक व्यापारी 100 करोड़ रुपए लेकर परिवार का साथ फरार हो गया. पूरे मामले को लेकर बुधवार को गांव में दोबारा पंचायत बुलाई गई जिसमें सभी लोगों से व्यापारी को दिए गए पैसों के दस्तावेज मंगवाए गए और जमा किए गए.
वकीलों से रायशुमारी : इस बीच कमेटी प्रधान सतबीर फोगाट की अगुवाई में सैकड़ों ग्रामीण और कमेटी के मेंबर्स ने दादरी पहुंचकर प्रशासनिक अफसरों के अलावा वकीलों से भी रायशुमारी की. इसके बाद फैसला लिया गया कि व्यापारी और उसके परिवार पर ठोस कार्रवाई की मांग को लेकर पंचायत और कमेटी के पदाधिकारी गुरूवार को दस्तावेजों के साथ लिखित में शिकायत देंगे. इस बीच किसानों ने अपना दर्द बताते हुए कहा कि उनको ठगा गया और उनके जीवन भर की कमाई लेकर व्यापारी गांव छोड़कर परिवार के साथ फरार हो गया.
200 करोड़ के फर्जीवाड़े का आरोप : आपको बता दें कि झिंझर गांव में व्यापारी रामनिवास की दुकान थी और वो सालों से गांव के लोगों से पैसों का लेन-देन किया करता था. एक हफ्ते पहले वो परिवार के साथ अचानक फरार हो गया. लोगों को व्यापारी के घर और दादरी के दो दुकानों पर ताला लगा मिला. व्यापारी का फोन बंद होने के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ और पंचायत ने पूरे मामले में कमेटी का गठन कर दिया. वहीं कमेटी का माने तो पहले 100 करोड़ के फर्जीवाड़ें की ख़बर आ रही थी, लेकिन अब सभी से बातचीत और दस्तावेजों के मिलने पर करीब 200 करोड़ रुपए के फर्जीवाड़े का पता चला है. किसान रामनिवास और बलबीर शास्त्री ने इस दौरान ईटीवी भारत से दुख जताते हुए कहा कि उनका सब कुछ बर्बाद हो गया. उनकी पूरी जमापूंजी लेकर व्यापारी परिवार के साथ भाग गया. उनके बच्चों का भविष्य अब अंधेरे में है. बच्चों की शादी करने के भी पैसे नहीं है.
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