ETV Bharat / state

महिला कोच से यौन शोषण मामला: पीड़िता ने विधानसभा के बाहर किया प्रदर्शन, बोली- सुरक्षाकर्मी करते हैं मारपीट, खाने में कुछ मिलाकर भी दिया

शुक्रवार से हरियाणा विधानसभा बजट सत्र का दूसरा चरण जारी है. बजट सत्र के दौरान पहली बार मंत्री संदीप सिंह हरियाणा विधानसभा पहुंचे थे. महिला जूनियर कोच ने विधानसभा में जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर रोक दिया.

female coach protest outside haryana assembly
female coach protest outside haryana assembly
author img

By

Published : Mar 17, 2023, 5:59 PM IST

चंडीगढ़: शुक्रवार से हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत हुई. इस दौरान कैबिनेट मंत्री संदीप सिंह पर आरोप लगाने वाली महिला जूनियर कोच हरियाणा विधानसभा के बाहर पहुंची. बजट सत्र के दौरान पहली बार मंत्री संदीप सिंह हरियाणा विधानसभा पहुंचे थे. महिला जूनियर कोच ने विधानसभा में जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर रोक दिया. महिला जूनियर कोच ने आरोप लगाया कि उसे इंसाफ नहीं मिल रहा है. जिस मंत्री पर गम्भीर आरोप लगे हैं. वो आज हरियाणा विधानसभा के अंदर है. बता दें कि हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के दूसरे चरण का आज पहला दिन है.

हरियाणा विधानसभा के बाहर प्रदर्शन: हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री संदीप सिंह पहली बार विधानसभा की कार्यवाही में शिरकत करने पहुंचे. बजट सत्र के पहले चरण में वो सदन में उपस्थित नहीं थे. आज जैसे ही उनके विधानसभा पहुंचने की सूचना महिला कोच को लगी तो विरोध करने हरियाणा विधानसभा पहुंच गई. जिसे पुलिस ने विधानसभा के अंदर जाने से रोका. जूनियर महिला कोच ने कहा कि वो विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता से मिलने पहुंची थी, ताकि वो उनतक अपनी बात पहुंचा सके और उन्हें बता सके कि वो भी उनकी बेटी की तरह है, लेकिन पुलिस ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष से मिलने से रोक दिया.

चार्जशीट पेश करने की मांग: इस दौरान उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस पर उनको धक्के मारकर रोकने के आरोप लगाए. पीड़ित महिला कोच ने कहा कि मेरी चंडीगढ़ पुलिस के डीजीपी से एक ही गुजारिश है कि वो बेशक मंत्री को क्लीन चिट दे दें, लेकिन इस मामले में चालान पेश करिए. उन्होंने कहा कि जितनी देर चालान पेश करने में हो रही है. उतना मेरा जीना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले की 80 दिन हो चुके हैं, अभी तक चालान पेश नहीं किया गया है. मेरा पेशंस अब जवाब दे रहा है. उन्होंने कहा कि मेरा पुलिस पर कोई विश्वास नहीं रह गया है. मेरी बस अब एक ही रिक्वेस्ट है कि मेरी चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाए.

सुरक्षाकर्मियों पर टॉर्चर करने का आरोप: उन्होंने कहा कि मेरी सुरक्षा में हरियाणा पुलिस ने जो कर्मचारी लगाए थे, वो सिर्फ मुझे मानसिक तौर पर परेशान करने के लिए लगाए गए थे. इसके साथ ही उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि उनके साथ हरियाणा पुलिस नई जो सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं. वो उनके साथ मारपीट भी करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे खाने में कुछ मिलाकर भी उन्होंने दिया था जिसकी रिपोर्ट मुझे अभी तक नहीं की गई है. जब उनसे सवाल किया गया कि मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि वे संदीप सिंह का इस्तीफा नहीं लेंगे. इस सवाल के जवाब में उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर सवाल उठाए.

ये भी पढ़ें- जींद में खापों की महापंचायत, मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त करने की मांग, सरकार को दिया अल्टीमेटम

मुख्यमंत्री पर भी उठाए सवाल: महिला कोच ने कहा कि जब आप अपने लोगों को सुरक्षा नहीं दे सकते, तो अपनी कुर्सी क्यों नहीं छोड़ देते. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए कि उन्होंने ऐसे दरिंदे को सिर पर बैठा रखा है. जब उनसे पूछा गया कि क्या आप मुख्यमंत्री से इस संबंध में मिली हैं. तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मुझे 2 मिनट का भी वक्त नहीं दे रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने राज्यपाल से भी मिलने की कोशिश की और विधानसभा के अध्यक्ष से भी मिलने का प्रयास किया. ये सभी लोग मुझे मिलने का टाइम नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस आरोपी मंत्री से उन्होंने तिरंगा फहराया इससे तिरंगे का भी अपमान हुआ और आज आरोपी मंत्री ने विधानसभा के अंदर भी पैर रखा है.

चंडीगढ़: शुक्रवार से हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत हुई. इस दौरान कैबिनेट मंत्री संदीप सिंह पर आरोप लगाने वाली महिला जूनियर कोच हरियाणा विधानसभा के बाहर पहुंची. बजट सत्र के दौरान पहली बार मंत्री संदीप सिंह हरियाणा विधानसभा पहुंचे थे. महिला जूनियर कोच ने विधानसभा में जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर रोक दिया. महिला जूनियर कोच ने आरोप लगाया कि उसे इंसाफ नहीं मिल रहा है. जिस मंत्री पर गम्भीर आरोप लगे हैं. वो आज हरियाणा विधानसभा के अंदर है. बता दें कि हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के दूसरे चरण का आज पहला दिन है.

हरियाणा विधानसभा के बाहर प्रदर्शन: हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री संदीप सिंह पहली बार विधानसभा की कार्यवाही में शिरकत करने पहुंचे. बजट सत्र के पहले चरण में वो सदन में उपस्थित नहीं थे. आज जैसे ही उनके विधानसभा पहुंचने की सूचना महिला कोच को लगी तो विरोध करने हरियाणा विधानसभा पहुंच गई. जिसे पुलिस ने विधानसभा के अंदर जाने से रोका. जूनियर महिला कोच ने कहा कि वो विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता से मिलने पहुंची थी, ताकि वो उनतक अपनी बात पहुंचा सके और उन्हें बता सके कि वो भी उनकी बेटी की तरह है, लेकिन पुलिस ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष से मिलने से रोक दिया.

चार्जशीट पेश करने की मांग: इस दौरान उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस पर उनको धक्के मारकर रोकने के आरोप लगाए. पीड़ित महिला कोच ने कहा कि मेरी चंडीगढ़ पुलिस के डीजीपी से एक ही गुजारिश है कि वो बेशक मंत्री को क्लीन चिट दे दें, लेकिन इस मामले में चालान पेश करिए. उन्होंने कहा कि जितनी देर चालान पेश करने में हो रही है. उतना मेरा जीना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले की 80 दिन हो चुके हैं, अभी तक चालान पेश नहीं किया गया है. मेरा पेशंस अब जवाब दे रहा है. उन्होंने कहा कि मेरा पुलिस पर कोई विश्वास नहीं रह गया है. मेरी बस अब एक ही रिक्वेस्ट है कि मेरी चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाए.

सुरक्षाकर्मियों पर टॉर्चर करने का आरोप: उन्होंने कहा कि मेरी सुरक्षा में हरियाणा पुलिस ने जो कर्मचारी लगाए थे, वो सिर्फ मुझे मानसिक तौर पर परेशान करने के लिए लगाए गए थे. इसके साथ ही उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि उनके साथ हरियाणा पुलिस नई जो सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं. वो उनके साथ मारपीट भी करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे खाने में कुछ मिलाकर भी उन्होंने दिया था जिसकी रिपोर्ट मुझे अभी तक नहीं की गई है. जब उनसे सवाल किया गया कि मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि वे संदीप सिंह का इस्तीफा नहीं लेंगे. इस सवाल के जवाब में उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर सवाल उठाए.

ये भी पढ़ें- जींद में खापों की महापंचायत, मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त करने की मांग, सरकार को दिया अल्टीमेटम

मुख्यमंत्री पर भी उठाए सवाल: महिला कोच ने कहा कि जब आप अपने लोगों को सुरक्षा नहीं दे सकते, तो अपनी कुर्सी क्यों नहीं छोड़ देते. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए कि उन्होंने ऐसे दरिंदे को सिर पर बैठा रखा है. जब उनसे पूछा गया कि क्या आप मुख्यमंत्री से इस संबंध में मिली हैं. तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मुझे 2 मिनट का भी वक्त नहीं दे रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने राज्यपाल से भी मिलने की कोशिश की और विधानसभा के अध्यक्ष से भी मिलने का प्रयास किया. ये सभी लोग मुझे मिलने का टाइम नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस आरोपी मंत्री से उन्होंने तिरंगा फहराया इससे तिरंगे का भी अपमान हुआ और आज आरोपी मंत्री ने विधानसभा के अंदर भी पैर रखा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.