चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव में पहली बार उतरी स्वराज इंडिया पार्टी ने अपना मेनिफेस्टो जारी कर दिया. मेनिफेस्टो का नाम 'ईमान पत्र' रखा गया है. चंडीगढ़ में स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने मेनिफेस्टो को जारी किया.
मेनिफोस्टो में शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष जोर
मेनिफेस्टो में 7 बिंदुओं को लेकर विकास की बात की गई है. जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, किसान और नगर को रखा गया है, इस मेनिफेस्टो में इन सब के लिए बजट का प्रवधान और आय के स्त्रोत का भी जिक्र किया गया है.
योगेंद्र यादव ने कहा कि प्रदेश में विकास के लिए अन्य पार्टियां चुनाव के दौरान बड़े-बड़े लुभावने वादे तो कर देती हैं, लेकिन उन वादों को किस तरह पूरा किया जाएगा, वे पूरे किए भी जाएंगे या नहीं, इसका कहीं भी जिक्र नहीं किया जाता, इन सबको देखते हुए स्वराज इंडिया पार्टी ने मेनिफेस्टो में विस्तारपूर्वक बताया गया है कि कि पार्टी की ओर से किए गए किए गए वादों को पूरा करने के लिए किस तरह से बजट का प्रावधान किया जाएगा.
मेनिफेस्टो के कुछ मुख्य बिंदु
- प्रॉपर्टी डीलरों और उद्योगपतियों द्वारा खरीदे गए प्लॉट के रूप में खाली पड़ी जमीनों पर 2% टैक्स वसूला जाएगा.
- माइनिंग के नियमों को कड़ा करने की बात की गई है.
- मेनिफेस्टो में नर्सरी शिक्षा को मजबूत करने की भी बात कही गई है, जिसमें प्रदेश में 26000 आंगनवाड़ी, आंगनवाड़ियों में नई सहायक शिक्षिकाओं की भर्ती की जाएगी.
- प्रदेश में खाली पड़े 47 हजार शिक्षकों के पदों को भरा जाएगा.
- स्वास्थ्य को लेकर हरियाणा में करीबन 6000 नए सब सेंटर 950 प्राइमरी हेल्थ सेंटर और 938 सिविल हॉस्पिटल बनाने की बात की गई है.
- वर्तमान में हरियाणा में 4000 के आसपास डॉक्टरों के पद है, जिन्हें बढ़ा कर 6 हजार किया जाएगा.
- 18 हजार पद आशा वर्करों के बढ़ाए जाएंगे.
किसानों के लिए योजना
मेनिफेस्टो में किसानों को फसल लागत के आधार पर लागत का डेढ़ गुना एमएसपी देने की बात की गई है. इसी तरह किसानों के लिए कर्ज मुक्ति आयोग और एक नई फसल बीमा योजना को सरकार की तरफ से शुरू करने की घोषणा की गई है.
पार्टी ने मैदान में उतारे कुल 28 उम्मीदवार
स्वराज इंडिया की ओर से मेनिफेस्टो तो जारी कर दिया गया है, लेकिन अब इसके बाद सवाल यह खड़ा होता है कि पार्टी की ओर से हरियाणा में 90 विधानसभा क्षेत्रों में सिर्फ 28 ही सीटों पर उम्मीदवार उतारे गए हैं तो यह सब वादे कहीं ना कहीं धुंधले होते दिखाई देते हैं.