चंडीगढ़: चंडीगढ़ के सेक्टर-42 की फर्नीचर मार्केट स्थित बेअंत सिंह मेमोरियल के बोर्ड की दोनों तरफ कुछ शरारती तत्वों की ओर से खालिस्तान जिंदाबाद और सिख्स फॉर जस्टिस जिंदाबाद के नारे लिखे गए हैं. चंडीगढ़ सेक्टर-42 में जिस जगह यह बोर्ड पर नीले रंग स्प्रे से यह नारे लिखा गया है. वहीं, पुलिस की ओर से कोई निगरानी नहीं रखी जाती है. यह बिल्कुल सुन सान इलाकों में है. वहीं, 26 जनवरी को ही मोहाली में कौमी इंसाफ मोर्चा की ओर से रैली निकाली गई है. जहां पंजाब के अलग अलग शहरों से समर्थक पहुंचे हैं. ऐसे में देखा जा रहा है कि यह उनमें से ही किसी एक समर्थकों काम है.
बता दें कि, चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर सिख कैदियों की रिहाई को लेकर आज रोष मार्च भी निकला है. प्रदर्शनकारी पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी जगतार सिंह की भी रिहाई की प्रमुखता से मांग कर रहे हैं. 26 जनवरी की सुरक्षा के बीच सेक्टर-42 में इस प्रकार खालिस्तान के नारे लिखे जाने से चंडीगढ़ पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की भी पोल खुलती है.
बेअंत सिंह मेमोरियल के बोर्ड की दोनों तरफ खालिस्तान और एसएफजे जिंदाबाद के नारे लगे हैं. जहां एक ओर देशभर में गणतंत्र दिवस की धूम है, वहीं चंडीगढ़ के सेक्टर 42 स्थित बेअंत सिंह मेमोरियल के बोर्ड पर कुछ शरारती तत्वों ने खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे हैं. यह बोर्ड मोहाली की ओर जाने वाली फर्नीचर मार्केट के सामने मेन रोड पर लगा है.
इस संबंध में एसएसपी चंडीगढ़ व अन्य पुलिस अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन किसी भी पुलिस अधिकारी द्वारा जवाब नहीं दिया गया. एसपी सिटी केतन बसंल से ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि वे जल्द इन बोर्ड पर सफेदी करें.
पिछले दो हफ्तों से सिख कैदियों की रिहाई को लेकर वीरवार को चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर ग्राउंड मार्च निकाला गया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस रैली में शामिल होने वाले किसी समर्थक द्वारा यह काम किया गया है और इस घटना को अंजाम रात के अंधेरे में दिया गया है. दोपहर दो बजे के बाद इस बोर्ड को चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा सफेद पेंट करते हुए नारों को छिपा दिया गया है.
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