चंडीगढ़: चंडीगढ़ सेक्टर 18 की गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एससी-एसटी शिक्षिका द्वारा स्कूल प्रिंसिपल पर लगाए गंभीर आरोप का मुद्दा गरमाता जा रहा है. इससे पहले महिला शिक्षिका द्वारा अपने समुदाय के नेताओं द्वारा एजुकेशन विभाग पहुंचकर शिक्षा विभाग के डायरेक्टर से इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाने के लिए कहा था. दलित शिक्षिका के समर्थन में आए एससी और एसटी समुदाय के नेताओं ने मंगलवार को प्रिंसिपल को दो दिनों के अंदर गिरफ्तार करने की मांग की है.
चंडीगढ़ शेड्यूल कास्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने मंगलवार को एक बार फिर प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. एसोसिएशन के अध्यक्ष भगतराज दिसावर के नेतृत्व में चंडीगढ़ शेड्यूल कास्ट समाज का एक प्रतिनिधिमंडल डीएसई हरसुहिंदर पाल सिंह बराड़ से भी मिल चुका है. एसोसिएशन ने राज बाला पर एससी-एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई करने की मांग की है.
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एसोसिएशन ने की गिरफ्तारी की मांग: मामले में पीड़ित टीचर स्कूल में 26 और 27 जनवरी की सीसीटीवी फुटेज को प्रिजर्व करने की भी मांग कर चुकी है. अध्यक्ष ओ पी चोपड़ा ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी जातीय भेदभाव जारी है, लेकिन अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम डॉक्टर अंबेडकर संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले 2 दिन तक प्रिंसिपल की गिरफ्तारी का इंतजार करेंगे. इसके बाद यू टी सचिवालय व पुलिस हेड क्वार्टर का घेराव करेंगे. यूनियन ने चेतावनी दी है कि जब तक प्रिंसिपल के खिलाफ SC उत्पीड़न एक्ट के तहत केस दर्ज नहीं होता और उसे हरियाणा वापस रिपेट्रिएट नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
गणतंत्र दिवस के दिन की है घटना: बता दें कि यह मामला गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान का है. दलित शिक्षिका का आरोप था कि 26 जनवरी को कुछ तकनीकी खराबी के चलते म्यूजिक सिस्टम अच्छे से काम नहीं कर रहा था. जिसके कारण बच्चों द्वारा दी जा रही प्रस्तुति में कुछ गड़बड़ हो गई. इसके बावजूद कार्यक्रम जैसे तैसे पूरा किया गया. शिक्षिका का आरोप है कि इसके बाद जब प्रिंसिपल स्टेज पर आईं, तो उन्होंने बच्चों और अभिभावकों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि उन्हें कार्यक्रम में प्रबंध सही नहीं लगे.
ऐसे में यह एक अच्छे शो की जगह फ्लॉप शो रहा. वहीं शिक्षिका का आरोप था कि गणतंत्र दिवस के अगले दिन प्रिंसिपल ने शिक्षकों को मीटिंग में बुलाकर बेइज्जत करते हुए जातिसूचक अपशब्द बोले हैं. जातिसूचक नाम लेते हुए गाली गलोच की गई. जिसके बाद शिक्षिका ने इस प्रिंसिपल के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी और अपने समुदाय के लोगों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया था.
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प्रिंसिपल पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन: सेक्टर 18 के गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल राजबाला के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को सेक्टर 9 में प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान एससी समाज से संबंधित चंडीगढ़ के संगठनों के नेताओं ने शिक्षा विभाग का घेराव किया था. प्रदर्शन को देखते हुए शिक्षा विभाग के डायरेक्टर एचएस बराड़ ने ऑफिस से बाहर आकर प्रदर्शनकारियों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था. इस पर प्रदर्शनकारियों ने कहा था कि वे लिखित आदेशों का इंतजार करेंगे. वहीं प्रशासन की तरफ से लिखित जवाब न आने पर, मंगलवार को एक बार फिर यूनियन के नेताओं द्वारा प्रिंसिपल को गिरफ्तार करने की मांग की गई.
प्रिंसिपल ने आरोपों को बताया निराधार: वहीं प्रिंसिपल को घटना के बाद छुट्टी पर भेज दिया गया था. यह मामला एसएसपी मनीषा चौधरी, प्रशासनिक अफसरों, एससी कमीशन समेत राष्ट्रपति और पीएमओ तक भी जा पहुंचा है. वहीं दूसरी ओर प्रिंसिपल राजबाला ने कहा है कि आरोप पूरी तरह से निराधार हैं. उनका कहना था कि 26 जनवरी को राष्ट्रीय झंडे का अपमान हो रहा था, जिसे लेकर उन्होंने स्टाफ को बुलाकर समझाया था.