ETV Bharat / state

'जल संकट' पर विभाग गंभीर! मंत्री ने दिए अधिकारियों को सख्त निर्देश - जल संकट

जलसंकट की स्थिती से बचने के लिए हरियाणा के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने अधिकारियों की जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं. मंत्री ने राज्य के हर क्षेत्र में पानी की पूर्ति टैंकरों के माध्यम से पूरी करने के आदेश दिए हैं.

author img

By

Published : Jul 2, 2019, 9:09 PM IST

चंडीगढ़ः जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने मंगलवार को चंडीगढ़ में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मुख्य अधिकारियों की एक समीक्षा बैठक ली. बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पानी के टैंकरों के जरिए की जा रही पानी आपूर्ति पर निगरानी रखें ताकि किसी भी प्रकार की कोई कोताही न बरती जा सके.

banwari lal
अधिकारियों को सख्त निर्देश देते अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल

बैठक में अधिकारियों ने अवगत करवाया कि विभाग द्वारा अप्रैल, मई और जून माह के दौरान भिवानी में 559, दादरी में 185, गुरूग्राम में 2, हिसार में 196, कैथल में 58, महेंद्रगढ़ में 267, मेवात में 8099, पलवल में 307, पंचकूला में 195, रेवाडी में 403, रोहतक में 389 और सिरसा में 22 टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की गई है.

बैठक में विभाग के अधिकारियों ने अवगत करवाया कि राज्य सरकार ने जलसरंक्षण के लिए एक कार्यक्रम को आयोजित करने का निर्णय लिया है. ये कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें पहला चरण 1 जुलाई से 15 सितंबर और दूसरा चरण 16 सितंबर से 30 नवंबर के बीच आयोजित होगा. इस कार्यक्रम के लिए पांच मुख्य विभागों को शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि इस नीति को लागू करने के उपरांत विभाग वर्तमान में बर्बाद हो रहे पानी को 60 से 70 प्रतिशत तक बचाने में सफल रहेगा.

चंडीगढ़ः जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने मंगलवार को चंडीगढ़ में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मुख्य अधिकारियों की एक समीक्षा बैठक ली. बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पानी के टैंकरों के जरिए की जा रही पानी आपूर्ति पर निगरानी रखें ताकि किसी भी प्रकार की कोई कोताही न बरती जा सके.

banwari lal
अधिकारियों को सख्त निर्देश देते अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल

बैठक में अधिकारियों ने अवगत करवाया कि विभाग द्वारा अप्रैल, मई और जून माह के दौरान भिवानी में 559, दादरी में 185, गुरूग्राम में 2, हिसार में 196, कैथल में 58, महेंद्रगढ़ में 267, मेवात में 8099, पलवल में 307, पंचकूला में 195, रेवाडी में 403, रोहतक में 389 और सिरसा में 22 टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की गई है.

बैठक में विभाग के अधिकारियों ने अवगत करवाया कि राज्य सरकार ने जलसरंक्षण के लिए एक कार्यक्रम को आयोजित करने का निर्णय लिया है. ये कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें पहला चरण 1 जुलाई से 15 सितंबर और दूसरा चरण 16 सितंबर से 30 नवंबर के बीच आयोजित होगा. इस कार्यक्रम के लिए पांच मुख्य विभागों को शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि इस नीति को लागू करने के उपरांत विभाग वर्तमान में बर्बाद हो रहे पानी को 60 से 70 प्रतिशत तक बचाने में सफल रहेगा.

hr_chd_01_Banwari lal_Meeting_vis_7203394


 जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता।

एंकर - हरियाणा के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री  ने कहा कि राज्य के जिन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है, उन क्षेत्रों में पानी के टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले तीन माह के दौरान प्रदेश के मेवात क्षेत्र में सबसे अधिक पानी के टैंकरों से आपूर्ति की गई है। 

वीओ - 
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने मंगलवार को चंडीगढ़ में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंताओं की एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पानी के टैंकरों द्वारा की जा रही पानी आपूर्ति पर निगरानी रखें ताकि किसी भी प्रकार की कोई कोताही न बरती जा सके। बैठक में अधिकारियों ने अवगत करवाया कि विभाग द्वारा अप्रैल, मई और जून माह के दौरान भिवानी में 559, दादरी में 185, गुरूग्राम में 2, हिसार में 196, कैथल में 58, महेन्द्रगढ में 267, मेवात में 8099, पलवल में 307, पंचकूला में 195, रेवाडी में 403, रोहतक में 389 और सिरसा में 22 टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की गई है। बैठक में विभाग के अधिकारियों ने अवगत करवाया कि राज्य सरकार ने जलसरंक्षण के लिए एक कार्यक्रम को आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया जाएगा जिसमें पहला चरण 1 जुलाई से 15 सितंबर और दूसरा चरण 16 सितंबर से 30 नबम्वर के बीच आयोजित होगा। इस कार्यक्रम के लिए पांच मुख्य विभागों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि इस नीति को लागू करने के उपरांत विभाग वर्तमान में बर्बाद हो रहे पानी को 60 से 70 प्रतिशत तक बचाने में सफल रहेगा। बैठक के दौरान  जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री  को आरओ सिस्टम के संचालन के संंबंध में जानकारी दी गई और बताया गया कि आरओ से निकलने वाले व्यर्थ पानी को अन्य कार्यों में प्रयोग किया जा सकता है। बैठक के दौरान बताया गया कि वर्षा के पानी के संग्रह के बारे में विभाग द्वारा हिदायतें जारी की गई हैं, इस पर मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पानी की बर्बादी को रोकने के ठोस व कारगर उपाय सुझाएं ताकि पानी की बर्बादी को रोका जा सकें। बैठक में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री को बताया गया कि हाल ही में 348 टयूबवैल लगाने के लिए मंजूरी विभाग को मिल गई है और इस कार्य को करवाने के लिए प्रक्रिया की जा रही है। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए कि वे सीवर की सफाई के दौरान सीवरमैनों को सुरक्षा उपकरणों के इस्तेमाल के बारे में जागरूक करें क्योंकि सीवर में विभिन्न प्रकार की जहरीली गैंसे उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि सीवर की सफाई के दौरान सुरक्षा उपकरणों के इस्तेमाल को सख्ती के साथ लागू किया जाए। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को आगामी बरसाती मौसम के मद्देनजर आवश्यक निर्देश भी दिए ताकि जल जमाव की स्थिति से निपटा जा सकें।   




ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.