चंडीगढ़: सिटी ब्यूटिफुल में गर्मी के मौसम में कुत्ते द्वारा काटे जाने के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन इससे ज्यादा खतरनाक बात यह है कि चंडीगढ़ में एंटी रेबीज वैक्सीन की कमी है. जिस कारण कुत्तों से काटे जाने के बाद लोगों को उचित दवाई नहीं मिल पा रही है.
इस मामले में हाईकोर्ट के वकील एचसी अरोड़ा ने हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को एक लीगल नोटिस भेजकर हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में एंटी रेबीज वैक्सीन की उपलब्धता कराने के मांग की है.
अरोड़ा ने एक खबर का हवाला देते हुए अपने लीगल नोटिस में बताया कि चंडीगढ़ के सेक्टर-19 में एंटी रेबीज क्लीनिक में रोजाना कम से कम 30 केस कुत्तों के काटे जाने के आ रहे हैं, लेकिन सभी मरीजों को एंटी वैक्सीन की खुराक नहीं मिल पा रही है.
हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में दवाई की कमी महसूस की जा रही है, लेकिन फिर भी सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है और उसके निर्यात के लिए भी कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. एचसी अरोड़ा ने अपने नोटिस में संबंधित पक्षों को कहा कि वह एक तय समय में एंटी रेबीज वैक्सीन उपलब्ध करवाने के लिए कदम उठाए नहीं तो इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे.