चंडीगढ़ः लोकसभा चुनाव के तहत बीजेपी ने सूबे में सबसे पहले दस सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की. एक तरफ बीजेपी उम्मीदवार जीत का दावा कर रहे हैं. दूसरी तरफ लोगों का विरोध बीजेपी उम्मीदवारों के लिए खतरे से कम भी नहीं. बीजेपी उम्मीदवारों के विरोध पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज डैमेज कंट्रोल करते नजर आए.
बीजेपी उम्मीदवारों के फील्ड में हो रहे विरोध पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसमें कोई बड़ी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान ऐसा होता ही है और ये रूटीन है.
वहीं इस मुद्दे को लेकर विपक्ष भी सत्ता पक्ष पर लगातार निशाने साध रहा है. इनेलो प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण अत्रे ने कहा कि 2014 में चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा दौरे पर थे. इस दौरान पीएम ने जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन 5 साल के कार्यकाल के बाद भी आज तक वो वादे पूरे नहीं हुए.
उन्होंने कहा कि पार्टी के उम्मीदवारों का विरोध जिस तरह से जनता कर रही है, ये स्वाभाविक है उस पार्टी का तो प्रदेश में कोई भी भविष्य ही नहीं बचा है. अत्रे ने कहा कि जनता के इस बढ़ते विरोध से लगता है कि बीजेपी के आधे से ज्यादा लोकसभा उम्मीदवार अपनी जमानत भी नहीं बचा पाएंगे.
इन नेताओं को झेलना पड़ा जनता का विरोधः
- फरीदाबाद लोकसभा से बीजेपी उम्मीदवार कृष्णपाल गुर्जर
- महेन्द्रगढ़-भिवानी से पार्टी प्रत्याशी धर्मबीर सिंह
- कुरुक्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार नायब सैनी
- सोनीपत से सांसद और बीजेपी उम्मीदवार रमेश कौशिक
गौरतलब है कि प्रदेश में उम्मीदवारों के खिलाफ बढ़ते इस विरोध ने बीजेपी की भी समस्याएं बढ़ा दी हैं. फिलहाल तो सभी राजनीतिक दल अपनी जीत का दावा ठोक रहे हैं, लेकिन अब देखना ये होगा कि आखिर प्रदेश की जनता किसे चुनकर लोकसभा भेजती है.