चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने कुरूक्षेत्र जिला जेल में पेट्रोल पंप स्थापित करने के पायलट प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद राज्य की 11 जेलों में आईओसी रिटेल आउटलेट, फ्यूल स्टेशन पंप लगाने करने का निर्णय लिया है. इन रिटेल आउटलेट को लगाने का मुख्य उद्देश्य कैदियों के सामाजिक पुनर्वास में सहायता प्रदान करना है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नूंह, फरीदाबाद, भिवानी, सिरसा, हिसार, जींद, नारनौल, करनाल, यमुनानगर, सोनीपत और अंबाला की जेलों में इंडियन ऑयल का पंप लगाने को मंजूरी प्रदान कर दी है.
सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में बताया है कि इससे पहले हरियाणा सरकार ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के सहयोग से जेल फिलिंग स्टेशन कुरूक्षेत्र में एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था. इस प्रोजेक्ट को बड़ी सफलता मिली है. यह अन्य राज्यों के लिए भी एक आदर्श मॉडल बन गया है. प्रवक्ता ने बताया कि 31 मई 2022 से 31 मई 2023 तक जेल फिलिंग स्टेशन कुरूक्षेत्र को लगभग 1.18 करोड़ रुपये की आय हुई है.
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जेल विभाग ने फिलिंग स्टेशनों के संचालन और प्रबंधन के लिए लगभग 200 कैदियों को प्रशिक्षण प्रदान किया है. इस पायलट प्रोजेक्ट से बड़ी संख्या में जेल कैदियों ने विपणन, बैंकिंग और प्रबंधकीय पहलू सहित वितरण इकाई का संचालन, डिजिटल भुगतान प्राप्त करना, लेखांकन प्रक्रियाएं, ग्राहकों से निपटना, नकदी प्रबंधन, फिलिंग स्टेशन की सुरक्षा आदि सुनिश्चित करना और फिलिंग स्टेशन को चलाने की बारीकियां सीख ली हैं.
सरकार की इस अनूठी पहल से जेल के कैदियों के व्यवहार में भी सकारात्मक बदलाव आया है. कैदियों का मानसिक तनाव कम हुआ है और उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है. उन्होंने कहा कि सरकार की ये पहल कैदियों को सभ्य नागरिक बनने में मददगार साबित होगी और वे जेल से रिहा होने के बाद जीवन में किसी प्रकार से असुरक्षित महसूस नहीं करेंगे.
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