चंडीगढ़: लॉकडाउन के दौरान जिन लोगों के आगे दो वक्त की रोटी जुटाने का संकट खड़ा है, उनकी मदद सरकार और समाजसेवी संस्थाओं की ओर से की जा रही है, लेकिन चंडीगढ़ में कुछ ऐसे मध्यमवर्गी परिवार से आने वाले लोग भी हैं जो दूसरों का पेट भरने के लिए पैसा इकट्ठा कर रहे हैं.
ईटीवी भारत की टीम चंडीगढ़ के सेक्टर 52 पहुंची, जहां लॉकडाउन के पहले दिन से गरीबों के लिए भोजन तैयार किया जा रहा है. यहां भोजन तैयार करने वाला हर एक शख्स नौकरी पेशा और मध्यमवर्गी परिवार से आता है. बावजूद इसके ये लोग गरीबों की मदद करने आगे आए हैं.
सेक्टर 52 में भोजन तैयार कर रहे स्थानीय लोगों ने बताया कि उन लोगों ने थोड़े-थोड़े पैसे इकट्ठा करके गरीबों को खाना देने का काम शुरू किया है. उन्होंने बताया कि उनकी कॉलोनी में करीब 100 घर हैं. जहां से लोग गरीबों की मदद के लिए पैसे देते हैं. इसके अलावा कुछ युवा हैं जो अपनी जमापूंजी में से खर्च कर हर रोज 700 से 800 लोगों के लिए खाना तैयार कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां से खाना प्रशासन की गाड़ियां ले जाती हैं. जो आगे गरीबों में बांट दिया जाता है. इसके अलावा थोड़ा बहुत खाना ये लोग खुद भी गरीबों में बांटते हैं, क्योंकि कुछ लोग बुजुर्ग या दिव्यांग होने की वजह से गाड़ी तक नहीं आ पाते हैं.
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भोजन तैयार कर रहे लोगों ने कहा कि जबतक लॉकडाउन जारी रहेगा, तबतक गरीबों की मदद करने का ये काम भी जारी रहेगा. उन्होंने साथ ही चंडीगढ़ प्रशासन से दाल और चावल कम रेट पर मुहैया कराने की अपील की, ताकि वो ज्यादा दिन और ज्यादा लोगों को तक खाना पहुंचा सके.