चंडीगढ़: रवि ठाकुर ने गुरुवार को विश्व की सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहरा दिया. वे आयरलैंड के जाने-माने पर्वतारोही एन रिचर्ड हन्ना की आठ सदस्यीय टीम का हिस्सा थे. शुक्रवार की सुबह रवि का निधन हो गया. हिमालयन टाइम्स के अनुसार भारतीय पर्वतारोही रवि कैंप में मृत पाए गए. रवि की सूचना पाकर उनका परिवार नेपाल के लिए रवाना हो गया.
रवि पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे. रवि सोनीपत के तारा नगर निवासी थे. रवि ने यह अभियान विश्व में तेजी से बढ़ रहे ग्लोबल वार्मिंग के प्रति लोगों को जागरुक करने लिए शुरू किया था.
हिसार से सांसद दुष्यंत चोटाला ने रवि ठाकुर के निधन पर ट्वीट के माध्मय से शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि इस घटना से उनके परिवार और पार्टी को गहरा नुकसान हुआ है.
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Ravi thakur died yesterday... One day after climbing mt everest successfully....found dead in his bed in Camp... Great loss for his family and party.. RIP pic.twitter.com/keDhHQ5VDu
— Dushyant Chautala (@Dchautala) May 18, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Dushyant Chautala (@Dchautala) May 18, 2019
रवि ठाकुर बहुत ही साधारण परिवार से थे. इससे पहले रवि ने उत्तराखंड स्थित माउंट बंदरपूंछ फतह किया था. रवि गुरुग्राम की एक निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे. इस जुनून के लिए रवि ठाकुर ने अटल बिहारी वाजपेई इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनरिंग से बेसिक कोर्स और हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनरिंग से एडवांस कोर्स किया थे.