चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने सोमवार को जानकारी साझा की कि हरियाणा में कोरोना को लेकर तमाम इतंजाम किए गए हैं. हरियाणा सरकार ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण क्षेत्र के लिए 3,126.54 करोड़ रुपए, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान के लिए 1,358.75 करोड़ रुपए, आयुष के लिए 337.2 करोड़ रुपए, खाद्य एवं औषध प्रशासन के लिए 45.67 करोड़ रुपए बजट रखा है.
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हरियाणा में आयुर्वेदिक, यूनानी, हेमोपैथी के मिलाकर प्रति 1600 लोगों पर एक डॉक्टर उपलब्ध है, इसके इलावा अब मेडिकल कॉलेज के फाइनल इयर्स के छात्रों समेत, आईएमए से भी मदद लिए जाने का विचार है. हरियाणा में करीब 14 हजार डॉक्टर्स हैं, जिसमें से सीएचसी और पीएचसी में करीब 3700 डॉक्टर्स हैं. ऐसे में प्रदेश के प्राइवेट हॉस्पिटलों में संख्या कारण 10,300 प्राइवेट डॉक्टर हैं. वहीं झज्जर एम्स में मरीजों का उपचार भी जारी है.
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क्या है तैयारियां?
- प्रदेश में 830 के करीब हॉस्पिटल सीएचसी, पीएचसी चल रही है.
- सिविल हॉस्पिटल 68, सीएचसी 128, पीएचसी 531, पॉलिक्लिनिक 11 है.
- प्रदेश में 40 टेस्टिंग लैब है इनमें 19 सरकारी और 21 प्राइवेट लैब है.
- प्रतिदिन 52 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं.
- मौजूदा समय मे मेडिकल कॉलेजों में कोरोना मरीजो की संख्या करीब 8,777 है.
- सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में बेड्स की संख्या 22429 है.
- प्रदेश में क्वारंटीन के लिए 55,438 बेड्स की व्यवस्था है.
- प्रदेश में 1 लाख 3 हजार के करीब मरीज होम आइसोलेशन में है.
- प्रदेश में 9,500 ऑक्सीजन बेड्स जबकि 4126 आईसीयू और वेंटिलेटर बेड्स की संख्या है.
- 55 डेडिकेटिड हॉस्पिटल चल रहे हैं, जबकि 235 के करीब कोविड सेंटर्स चल रहे हैं. वहीं डेडिकेटिड कोविड सेंटर्स की संख्या 815 से अधिक है.
- 1,223 से अधिक मरीज ऑक्सीजन जबकि 272 के करीब मरीज आईसीयू और वेंटिलेटर पर है.
- प्रदेश में 44 लाख से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
- आईएमए के रजिस्टर 6 हजार 863 डॉक्टर्स हैं, जिनकी लिस्ट सीएमओ को सौंपी गई है.
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