चंडीगढ़: लोकसभा के बाद रविवार को कृषि बिल राज्यसभा में भी पास हो गया. कृषि बिल को लेकर कांग्रेस लगातार सरकार पर निशाना साध रही है. कांग्रेस नेता किरण चौधरी का कहना है कि आज देश के इतिहास में काला दिन है जब किसान को गुलामी के कानून में बांधा जा रहा है.
किरण चौधरी ने कहा कि देश के आजाद होने के बाद ये पहला मौका है जब किसानों पर काला कानून थोपने के लिए रविवार को सत्र बुलाया गया और बिल पास करवाया गया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कृषि बिल कोरोना महामारी के बीच इसलिए लेकर आई है, ताकि किसान इसका विरोध ना कर सकें.
'गठबंधन सरकार को खामियाजा भुगतना पड़ेगा'
किरण चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार किसानी का भी निजीकरण करना चाहती है. कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है और सरकार किसानों के साथ गलत कर रही है. किसानों की लड़ाई में हम उनके साथ हैं. किरण चौधरी ने कहा कि हरियाणा की गठबंधन सरकार और मोदी सरकार किसान विरोधी सरकार है. हरियाणा की गठबंधन सरकार किसानों के साथ नहीं है. इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
राज्य सभा से कृषि सुधार बिल पास
गौरतलब है कि संसद ने रविवार को कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को मंजूरी दे दी.
राज्यसभा में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों के भारी हंगामे के बीच कृषि संबंधी इन दो विधेयकों को आज मंजूरी दी गई. लोकसभा में ये विधेयक पहले ही पारित हो चुके हैं.
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