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Kharif Season 2023 in Haryana: हरियाणा में अभी तक पिछले साल से दो गुना ज्यादा हुई बाजरे की खरीद, 17 लाख क्विंटल अधिक खरीदा गया धान - हरियाणा में बाजरे की खरीद

Paddy Procurement in Haryana: हरियाणा में खरीफ सीजन 2023-2024 में अभी तक पिछले साल के मुकाबले दो गुना ज्यादा बाजरे की खरीद हो चुकी है. वहीं 17 लाख क्विंटल धान अभी तक ज्यादा खरीदा जा चुका है.

Kharif Season 2023 in Haryana
Paddy procurement in Haryana
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 25, 2023, 5:00 PM IST

Updated : Oct 25, 2023, 7:14 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा की मंडियों में खरीफ सीजन 2023 के दौरान धान और बाजरे की खरीद जारी है. अब तक 577.46 लाख क्विंटल बासमती और गैर बासमती किस्म की धान की खरीद हो चुकी है. वहीं 24 अक्टूबर 2023 तक 40.84 लाख क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है. हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल इसी अवधि तक 560.80 लाख क्विंटल धान खरीदी गई थी.

खरीफ सीजन में फसलों की खरीद के इस आंकड़े से साफ है कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अब तक 17 लाख क्विंटल धान ज्यादा खरीदा गया है. इस साल सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2183 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान का समर्थन मूल्य 2203 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है. वर्ष 2022-23 में सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2040 रुपये और ग्रेड-ए धान का 2060 रुपए था.

ये भी पढ़ें- भारी भरकम MEP से एक्सपोर्ट प्रभाव‍ित होने से मार्केट में मंदी, आढ़ती और किसान परेशान

साल 2022-23 में कुल 945.68 लाख क्विंटल धान खरीदा गया था. हालांकि हरियाणा अभी इस लक्ष्य से 368.22 लाख क्विंटल पीछे है लेकिन उम्मीद है कि आने वाले समय में इस लक्ष्य को पार पाते हुए हरियाणा में धान की रिकॉर्ड खरीद होगी. यहां ये उल्लेखनीय है कि धान की खरीद के साथ ही प्रदेश की मंडियों में समय पर इसकी लिफ्टिंग भी सुनिश्चित की जा रही है. मंडियों से 516.85 लाख क्विंटल धान की उठान हो चुकी है जबकि 43.46 लाख क्विंटल धान की लिफ्टिंग बाकी है. समय पर लिफ्टिंग होने से जहां आढ़तियों और किसानों की परेशानी कम हुई है वहीं खुले में पड़ी फसल के खराब होने का खतरा भी कम हुआ है.

प्रदेश की मंडियों में बाजरा की खरीद भी चल रही है. हरियाणा में अभी तक 40.84 लाख क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है. इसमें से 36.34 लाख क्विंटल बाजरे की लिफ्टिंग की जा चुकी है. केवल 3.69 लाख क्विंटल बाजरे की उठान बाकी है. 2022-23 में मंडियों में 19.94 लाख क्विंटल बाजरे की आवक हुई थी जबकि इस वर्ष अभी तक 40.84 लाख क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है, जो कि पिछले साल से दोगुना है.

वहीं 2022-23 में बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2350 रुपए निर्धारित किया गया था. 2023-24 के लिए सरकार ने बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2500 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. इस फसल को प्रदेश सरकार ने भावांतर भरपाई योजना में शामिल किया है ताकि किसानों को किसी तरह का नुकसान ना हो.

इस बार पहले की बजाय जल्दी धान की खरीद शुरू की गई. पिछले सीजन में जहां 59 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी. वहीं इस बार थोड़े से समय में 44 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है. पहली बार इतनी जल्दी खरीद, उठान और पैसा का भुगतान हुआ है. हरियाणा का खजाना हरियाणा के किसानों के लिए है. जेपी दलाल, कृषि मंत्री हरियाणा

ये भी पढ़ें- Kharif Crop Procurement in Haryana: हरियाणा में 5 लाख क्विंटल बाजरे और 95 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद, गुरुग्राम में हुई सबसे ज्यादा परचेज

चंडीगढ़: हरियाणा की मंडियों में खरीफ सीजन 2023 के दौरान धान और बाजरे की खरीद जारी है. अब तक 577.46 लाख क्विंटल बासमती और गैर बासमती किस्म की धान की खरीद हो चुकी है. वहीं 24 अक्टूबर 2023 तक 40.84 लाख क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है. हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल इसी अवधि तक 560.80 लाख क्विंटल धान खरीदी गई थी.

खरीफ सीजन में फसलों की खरीद के इस आंकड़े से साफ है कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अब तक 17 लाख क्विंटल धान ज्यादा खरीदा गया है. इस साल सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2183 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान का समर्थन मूल्य 2203 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है. वर्ष 2022-23 में सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2040 रुपये और ग्रेड-ए धान का 2060 रुपए था.

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साल 2022-23 में कुल 945.68 लाख क्विंटल धान खरीदा गया था. हालांकि हरियाणा अभी इस लक्ष्य से 368.22 लाख क्विंटल पीछे है लेकिन उम्मीद है कि आने वाले समय में इस लक्ष्य को पार पाते हुए हरियाणा में धान की रिकॉर्ड खरीद होगी. यहां ये उल्लेखनीय है कि धान की खरीद के साथ ही प्रदेश की मंडियों में समय पर इसकी लिफ्टिंग भी सुनिश्चित की जा रही है. मंडियों से 516.85 लाख क्विंटल धान की उठान हो चुकी है जबकि 43.46 लाख क्विंटल धान की लिफ्टिंग बाकी है. समय पर लिफ्टिंग होने से जहां आढ़तियों और किसानों की परेशानी कम हुई है वहीं खुले में पड़ी फसल के खराब होने का खतरा भी कम हुआ है.

प्रदेश की मंडियों में बाजरा की खरीद भी चल रही है. हरियाणा में अभी तक 40.84 लाख क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है. इसमें से 36.34 लाख क्विंटल बाजरे की लिफ्टिंग की जा चुकी है. केवल 3.69 लाख क्विंटल बाजरे की उठान बाकी है. 2022-23 में मंडियों में 19.94 लाख क्विंटल बाजरे की आवक हुई थी जबकि इस वर्ष अभी तक 40.84 लाख क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है, जो कि पिछले साल से दोगुना है.

वहीं 2022-23 में बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2350 रुपए निर्धारित किया गया था. 2023-24 के लिए सरकार ने बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2500 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. इस फसल को प्रदेश सरकार ने भावांतर भरपाई योजना में शामिल किया है ताकि किसानों को किसी तरह का नुकसान ना हो.

इस बार पहले की बजाय जल्दी धान की खरीद शुरू की गई. पिछले सीजन में जहां 59 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी. वहीं इस बार थोड़े से समय में 44 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है. पहली बार इतनी जल्दी खरीद, उठान और पैसा का भुगतान हुआ है. हरियाणा का खजाना हरियाणा के किसानों के लिए है. जेपी दलाल, कृषि मंत्री हरियाणा

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Last Updated : Oct 25, 2023, 7:14 PM IST
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