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हरियाणा पेपर लीक मामले में कश्मीर कनेक्शन, मुख्य आरोपी एजाज ने करोड़ों में किया सौदा - हरियाणा पेपर लीक मामला बड़ा खुलासा

हरियाणा कांस्टेबल पेपर लीक (haryana constable paper leak) मामले में जैसे-जैसे जांच हो रही है, बड़े-बड़े नपते नजर आ रहे हैं, हरियाणा पुलिस की जांच में पेपर लीक मामले में कश्मीर कनेक्शन (Kashmir Connection in Paper Leak Case) सामने आया है. जानिए कैसे हुई करोड़ों की डील.

Kashmir Connection in haryana constable paper leak
हरियाणा पेपर लीक मामले में कश्मीर कनेक्शन
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Published : Aug 25, 2021, 12:01 PM IST

Updated : Aug 25, 2021, 2:54 PM IST

कैथल: हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (Haryana Staff Selection Commission) पेपर लीक मामले में कश्मीर कनेक्शन सामने आया है. इस मामले में हरियाणा पुलिस ने खुलासा किया है कि पेपर लीक मामले के मास्टमाइंड जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं, जिनका कनेक्शन उस प्रिंटिंग प्रेस से है जिसमें हरियाणा कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर (Haryana Constable Recruitment Paper) प्रिंट होने के लिए भेजा गया था. पुलिस ने अभी तक इस मामले में तीन 'बड़ी मछलियों' समेत कुल 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

कैथल पुलिस की एसआईटी टीम ने बताया कि ये पेपर जम्मू कश्मीर के पुलवामा की एक प्रिंटिंग प्रेस में छपा था और इसी प्रेस के कंप्यूटर से पैन ड्राइव में पेपर लिया गया था. एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि एसआईटी ने पेपर लीक करने वाले मुख्य आरोपित श्रीनगर निवासी एजाज अमीन उर्फ मोहम्मद अमीन को गिरफ्तार है. उसके दो साथी डोडा जिला निवासी जितेंद्र कुमार और जम्मू निवासी राकेश कुमार चौधरी को भी पकड़ लिया गया है. पुलिस द्वारा उक्त मामले में अब तक कुल 28 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं.

हरियाणा पेपर लीक मामले में कश्मीर कनेक्शन, देखिए वीडियो

कैसे हुआ पेपर लीक: एचएसएससी बोर्ड की तरफ से हरियाणा पुलिस सिपाही परीक्षा का पेपर प्रिंट करने का कांट्रेक्ट जम्मू की एक कंपनी को दिया गया था. उस कंपनी में मैनेजर के तौर पर काम करने वाले राकेश ने 31 जुलाई को पेपर के डाटा को पेन ड्राइव में डाला था और फिर उसी कंपनी में काम करने वाले जितेन्द्र ने उस पेन ड्राइव को 6 लाख रुपये में मुजफ्फर अहमद नाम के शख्स को बेच दी.

ये पढ़ें- कांस्टेबल पेपर लीक: जिस कंपनी को दिया था कांट्रेक्ट उसी के मैनेजर किया पेपर लीक, ऐसे रचा गया खेल

फिर मुजफ्फर अहमद ने उस पेन ड्राइव को तीसरे शख्स एजाज अमीन ने 5 अगस्त को ही प्रश्न पत्र व आंसर-की जम्मू एयरपोर्ट पर अफजल निवासी हजरत बल श्रीनगर को दी, उनका सौदा 60 लाख रुपये में तय हुआ. अफजल की मुलाकात नजीर अहमद खांडे द्वारा आरोपी राजकुमार निवासी हिसार से करवाई गई और आरोपी अफजल द्वारा एक करोड़ रुपये में पेपर और आंसर की 5 अगस्त को ही दिल्ली एयरोपोर्ट पर आरोपी राजकुमार को दी गई.

राजकुमार ने अफजल को अलग से 5 लाख रुपये नकद दिये और बाकी रुपये 9 और 10 अगस्त को देने की बात कही गई. फिर राजकुमार ने पेपर और आंसर की अपने दोस्त वेदप्रकाश निवासी रोहतक को एक करोड़ रुपये में दी. राजकुमार ने अपने भाई कुलदीप के जरिए 6 अगस्त की शाम पेपर और आंसर-की एक करोड़ रुपये में नरेन्द्र निवासी हिसार को दी गई, जिसकी एवज में नरेन्द्र ने अलग से 20 लाख रुपये कुलदीप को दिये.

ये भी पढ़ें- कांस्टेबल पेपर लीक: जम्मू का मास्टर माइंड, पुलवामा में छपा पेपर, ऐसे रचा गया खेल

नरेन्द्र ने आगे आंसर की अपने दोस्त नवीन और निहाल सिंह निवासी हिसार को आगे 10-10 लाख रुपये में हर परीक्षार्थी को पढ़ाने के लिए दी गई. फिर नरेन्द्र ने 6 अगस्त को उसके साथी सोनू और साहिल दोनों निवासी रोहतक को कैथल आकर सैवन ईलेवन होटल में पेपर और आंसर-की दी, फिर रमेश कुमार निवासी बाला जी एकेडमी कैथल को दी गई. रमेश ने आंसर-की आगे कुछ कैन्डिडेट को भेज दी और कुछ को बाई हैंड उपलब्ध करवाई गई.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में अब पेपर लीक करवाया तो खैर नहीं! सरकार बनाने जा रही कड़ा कानून

एसपी ने बताया कि 2 अगस्त को फरीदाबाद में राजकुमार व उसका भाई कुलदीप, निहाल और नरेन्द्र की पेपर आउट करवाने बारे मिटिंग हुई थी. इसके अलावा 4 अगस्त को ओंकार होटल हिसार में नरेन्द्र, नवीन, सोनु, रमेश, सदींप, गुड्डु, मोतीलाल, राधे सहित 11 व्यक्तियों की मिटिंग हुई. नरेन्द्र ने कहा कि मैं पेपर लेकर आऊंगा, आप लोग आगे कैंडिडेट तैयार करें. एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा आगामी जांच अमल में लाई जा रही है और उक्त मामले में लिप्त शेष अन्य आरोपियों को शीघ्र गिरफतार कर लिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- पेपर लीक मामला: अभय चौटाला ने HSSC के अधिकारियों पर लगाया बड़ा आरोप

कैथल: हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (Haryana Staff Selection Commission) पेपर लीक मामले में कश्मीर कनेक्शन सामने आया है. इस मामले में हरियाणा पुलिस ने खुलासा किया है कि पेपर लीक मामले के मास्टमाइंड जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं, जिनका कनेक्शन उस प्रिंटिंग प्रेस से है जिसमें हरियाणा कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर (Haryana Constable Recruitment Paper) प्रिंट होने के लिए भेजा गया था. पुलिस ने अभी तक इस मामले में तीन 'बड़ी मछलियों' समेत कुल 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

कैथल पुलिस की एसआईटी टीम ने बताया कि ये पेपर जम्मू कश्मीर के पुलवामा की एक प्रिंटिंग प्रेस में छपा था और इसी प्रेस के कंप्यूटर से पैन ड्राइव में पेपर लिया गया था. एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि एसआईटी ने पेपर लीक करने वाले मुख्य आरोपित श्रीनगर निवासी एजाज अमीन उर्फ मोहम्मद अमीन को गिरफ्तार है. उसके दो साथी डोडा जिला निवासी जितेंद्र कुमार और जम्मू निवासी राकेश कुमार चौधरी को भी पकड़ लिया गया है. पुलिस द्वारा उक्त मामले में अब तक कुल 28 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं.

हरियाणा पेपर लीक मामले में कश्मीर कनेक्शन, देखिए वीडियो

कैसे हुआ पेपर लीक: एचएसएससी बोर्ड की तरफ से हरियाणा पुलिस सिपाही परीक्षा का पेपर प्रिंट करने का कांट्रेक्ट जम्मू की एक कंपनी को दिया गया था. उस कंपनी में मैनेजर के तौर पर काम करने वाले राकेश ने 31 जुलाई को पेपर के डाटा को पेन ड्राइव में डाला था और फिर उसी कंपनी में काम करने वाले जितेन्द्र ने उस पेन ड्राइव को 6 लाख रुपये में मुजफ्फर अहमद नाम के शख्स को बेच दी.

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फिर मुजफ्फर अहमद ने उस पेन ड्राइव को तीसरे शख्स एजाज अमीन ने 5 अगस्त को ही प्रश्न पत्र व आंसर-की जम्मू एयरपोर्ट पर अफजल निवासी हजरत बल श्रीनगर को दी, उनका सौदा 60 लाख रुपये में तय हुआ. अफजल की मुलाकात नजीर अहमद खांडे द्वारा आरोपी राजकुमार निवासी हिसार से करवाई गई और आरोपी अफजल द्वारा एक करोड़ रुपये में पेपर और आंसर की 5 अगस्त को ही दिल्ली एयरोपोर्ट पर आरोपी राजकुमार को दी गई.

राजकुमार ने अफजल को अलग से 5 लाख रुपये नकद दिये और बाकी रुपये 9 और 10 अगस्त को देने की बात कही गई. फिर राजकुमार ने पेपर और आंसर की अपने दोस्त वेदप्रकाश निवासी रोहतक को एक करोड़ रुपये में दी. राजकुमार ने अपने भाई कुलदीप के जरिए 6 अगस्त की शाम पेपर और आंसर-की एक करोड़ रुपये में नरेन्द्र निवासी हिसार को दी गई, जिसकी एवज में नरेन्द्र ने अलग से 20 लाख रुपये कुलदीप को दिये.

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नरेन्द्र ने आगे आंसर की अपने दोस्त नवीन और निहाल सिंह निवासी हिसार को आगे 10-10 लाख रुपये में हर परीक्षार्थी को पढ़ाने के लिए दी गई. फिर नरेन्द्र ने 6 अगस्त को उसके साथी सोनू और साहिल दोनों निवासी रोहतक को कैथल आकर सैवन ईलेवन होटल में पेपर और आंसर-की दी, फिर रमेश कुमार निवासी बाला जी एकेडमी कैथल को दी गई. रमेश ने आंसर-की आगे कुछ कैन्डिडेट को भेज दी और कुछ को बाई हैंड उपलब्ध करवाई गई.

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एसपी ने बताया कि 2 अगस्त को फरीदाबाद में राजकुमार व उसका भाई कुलदीप, निहाल और नरेन्द्र की पेपर आउट करवाने बारे मिटिंग हुई थी. इसके अलावा 4 अगस्त को ओंकार होटल हिसार में नरेन्द्र, नवीन, सोनु, रमेश, सदींप, गुड्डु, मोतीलाल, राधे सहित 11 व्यक्तियों की मिटिंग हुई. नरेन्द्र ने कहा कि मैं पेपर लेकर आऊंगा, आप लोग आगे कैंडिडेट तैयार करें. एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा आगामी जांच अमल में लाई जा रही है और उक्त मामले में लिप्त शेष अन्य आरोपियों को शीघ्र गिरफतार कर लिया जाएगा.

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Last Updated : Aug 25, 2021, 2:54 PM IST
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