चंडीगढ़: चंडीगढ़ की कॉलोनी नंबर-4 (illegal colony in chandigarh) पर रविवार सुबह चंडीगढ़ प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया है. 40 साल पुरानी इस कॉलोनी को तोड़ने के लिए चंडीगढ़ के डीसी विनय प्रताप सिंह ने शनिवार शाम को ही आदेश जारी कर दिए थे. चंडीगढ़ प्रशासन ने कॉलोनी के लोगों को 30 अप्रैल तक हर हाल में कॉलोनी खाली करने का नोटिस दिया था. जिसके चलते आज यानी रविवार को चंडीगढ़ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सभी अवैध घरों को तोड़ना शुरू कर दिया है.
डेमोलिशन ड्राइव के दौरान प्रशासनिक अमले और कॉलोनी वासियों के बीच कोई झड़प या कानून व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने मौके पर दो हजार पुलिसकर्मी और 10 एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट भी तैनात किए हैं. चंडीगढ़ प्रशासन ने अपने आदेश में कहा है कि कॉलोनी के 500 मीटर परिक्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई थी. अगर कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता है, तो उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी.
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बता दें कि चंडीगढ़ एस्टेट ऑफिस की ओर से 15 फरवरी को चंडीगढ़ की कॉलोनी नंबर-4 के घरों को खाली करने का नोटिस दिया गया था. शनिवार को चंडीगढ़ प्रशासन ने लोगों को आवंटित किये गए घरों में शिफ्ट करने के लिए नगर निगम की गाड़ियां भी भिजवाई थी. 80 एकड़ में फैली कॉलोनी नंबर-4 में करीब दो हजार झुग्गियां और मकान बने हुए हैं. कभी यहां आठ से 10 हजार लोग रहते थे. लेकिन, स्लम फ्लैट स्कीम के तहत हुए बायोमैट्रिक सर्वे के मुताबिक अधिकतर लाभार्थियों को प्रशासन ने मलोया में फ्लैट दिए हुए है. वहीं, यहां पर बनी अवैध कॉलोनी पर शनिवार को प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया है.
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