चंडीगढ़ः हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने एक बार फिर सरकार पर सवाल उठाए हैं. देश की गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर अशोक खेमका ने ट्वीट किया है. अशोक खेमका ने कहा कि आज जाने कितनी कंपनियों का दिवाला निकल रहा है खेमका ने कहा कि घुमावदार बातों से डकैतियों और भ्रष्टाचारियो पर पर्दा डाला जाता है. ऐसे में अर्थव्यवस्था चरमराएगी और इससे केवल आम जनता ही सबसे ज्यादा परेशान होती है.
खेमका ने ट्वीट कर साधा निशाना
ट्वीट कर आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने लिखा कि कितनी ही कंपनियों का दीवाला निकल रहा है. अंत में नुकसान आम जनता या लेनदारों का ही हो रहा है. उन्होंने आगे लिखा कि प्रमोटर, ऑडिटर, रेटिंग एजेंसी, ट्रस्टी, रेगुलेटर का दीवाला होते कभी सुना है, घुमावदार बातों से डकैतियों पर पर्दा डाला जाता है. सरकार पर निशाना साधते हुए खेमका ने कहा कि आम जनता को डराया जाता है लेकिन सजा दिलाने से अर्थव्यवस्था चरमराएगी, कब तक ऐसे ही चलेगा?.
-
कितनी ही कंपनियों का दीवाला निकल रहा है। अंत में नुकसान आम जनता या लेनदारों का। प्रमोटर, ऑडिटर, रेटिंग एजेंसी, ट्रस्टी, रेगुलेटर का दीवाला होते कभी सुना? घुमावदार बातों से डकैतियों पर पर्दा डाला जाता है। डराया जाता है सजा दिलाने से अर्थव्यवस्था चरमराएगी। कब तक ऐसे ही चलेगा?
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) March 7, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">कितनी ही कंपनियों का दीवाला निकल रहा है। अंत में नुकसान आम जनता या लेनदारों का। प्रमोटर, ऑडिटर, रेटिंग एजेंसी, ट्रस्टी, रेगुलेटर का दीवाला होते कभी सुना? घुमावदार बातों से डकैतियों पर पर्दा डाला जाता है। डराया जाता है सजा दिलाने से अर्थव्यवस्था चरमराएगी। कब तक ऐसे ही चलेगा?
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) March 7, 2020कितनी ही कंपनियों का दीवाला निकल रहा है। अंत में नुकसान आम जनता या लेनदारों का। प्रमोटर, ऑडिटर, रेटिंग एजेंसी, ट्रस्टी, रेगुलेटर का दीवाला होते कभी सुना? घुमावदार बातों से डकैतियों पर पर्दा डाला जाता है। डराया जाता है सजा दिलाने से अर्थव्यवस्था चरमराएगी। कब तक ऐसे ही चलेगा?
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) March 7, 2020
यस बैंक कस्टमर्स पर लगी पाबंदियां
वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से ग्राहकों को 1 महीने में 50 हजार रुपये निकालने के निर्देश जारी किए हैं. जिसके बाद हड़कंप मच गया है. बता दें कि आरबीआई ने यस बैंक पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं. वहीं यस बैंक के डायरेक्टर बोर्ड को भी भंग कर दिया गया है.
ये भी पढे़ंः सीएम खट्टर ने डूबते यस बैंक में HVPN के 1,000 करोड़ रुपये जमा करवाए -सुरजेवाला
जानें नियम और RBI ने एक महीने की छूट-
- जमाकर्ता बचत, चालू या किसी अन्य जमा खाते से 50,000 रुपये से अधिक नहीं निकाल सकता है.
- किसी जमाकर्ता के पास एक से अधिक खाते हैं तो भी आप 50 हजार रुपये से अधिक नहीं निकाल पाएंगे.
- ऐसे जमाकर्ता जिसने बैंक से लोन लिया हो या उसे बैंक को पैसे देने हो तो ऐसे में जमाकर्ता को पहले उधार देना होगा. उसके बाद उसे बैंक से पैसे निकालने मिलेंगे. यानी मान लीजिए अगर आपके खाते में एक लाख है और आपका लोन भी एक लाख है तो आप बैंक से पैसे नहीं निकाल पाएंगे.
इन शर्तों पर 50 हजार रुपये से ज्यादा निकाल पाएंगे जमाकर्ता-
- जमाकर्ता या किसी भी व्यक्ति के मेडिकल इमरजेंसी के संबंध में.
- जमाकर्ता या किसी भी व्यक्ति की उच्च शिक्षा की लागत भारत में या भारत के बाहर शिक्षा के लिए उस पर निर्भर हैं.
- जमाकर्ता या उसके बच्चों या किसी अन्य व्यक्ति के विवाह या अन्य समारोहों के संबंध में अनिवार्य खर्चों का भुगतान करना हो.
- किसी भी अन्य आपातकाल समय के दौरान.