चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को सभी कैबिनेट और राज्य मंत्रियों, विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष और विभिन्न विभागों के प्रशासनिक सचिवों के साथ राज्य में कोरोना महामारी की स्थिति के नियंत्रण के उपायों के बारे में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कैबिनेट और राज्य मंत्रियों, विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, जिन्हें विशेष रूप से जिलों में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और दवाओं की उपलब्धता के संबंध में कोविड प्रबंधन उपायों के समन्वय और निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है, से सुझाव और प्रतिक्रियाएं भी मांगी. सभी ने अपने-अपने जिलों में कोविड-19 से निपटने के लिए किए गए प्रबंधों की वर्तमान स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया.
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इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए शहरी और ग्रामीण, दोनों क्षेत्रों में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी वायरस का प्रसार दिखने लगा है, इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. इसके अलावा, जो कोविड मरीज होम आइसोलेशन में हैं, उन्हें विशेष तौर पर तैयार होम आइसोलेशन किट वितरित की जाएगी.
ऑक्सीजन की उपलब्धता
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सचिवालय, चंडीगढ़ में ऑक्सीजन सप्लाई की निगरानी के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है. साथ ही, प्रत्येक जिले में होम आइसोलेशन में इलाज करवा रहे जरूरतमंद मरीजों को उनके घरद्वार पर ऑक्सीजन सिलैण्डर की सप्लाई 9 मई से शुरू कर दी गई है.
इसके लिए मरीजों या उनके परिजनों को www.oxygenhry.in पोर्टल पर पंजीकरण करवाना होगा। इस पोर्टल पर अब तक कुल 4,393 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 1502 आवेदकों के घर ऑक्सीजन पहुंचाया जा चुका है तथा 1326 आवेदकों के घर भी ऑक्सीजन सिलैण्डर पहुंचा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल पर 363 समाजसेवी संस्थाओं ने घरद्वार पर ऑक्सीजन सिलैण्डर की सप्लाई के लिए पंजीकरण करवाया है, जिनमें से अभी तक 332 समाजसेवी संस्थाओं का पंजीकरण स्वीकृत हो चुका है.
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मनोहर लाल ने कहा कि गांवों में कोरोना टेस्टिंग के लिए 8 हजार मल्टीडिसिप्लीनरी टीमों का गठन किया गया है. प्रत्येक टीम घर-घर जाकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच करेगी, जो मरीज गंभीर नहीं हैं, उन्हें घर पर ही आइसोलेट किया जाएगा. यदि किसी के घर पर आइसोलेशन की सुविधा नहीं है तो उसे गांव में ही बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में रखा जाएगा.
उन्होंने कहा कि इन टीमों को विशेष मेडिकल किट दी गई है, जिसमें आवश्यक दवाइयां, ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर और अन्य उपकरण हैं। इन किट को होम आइसोलेशन वाले कोरोना मरीजों को वितरित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि जिन व्यक्तियों में कोविड-19 के गंभीर लक्षण दिखते हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में दाखिल किया जाना चाहिए.
हर गांव में आइसोलेशन सेंटर बनाए जाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर गांव में विकास एवं पंचायत विभाग और स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों के साथ मिलकर आइसोलेशन सेंटर बनाएंगे. इन सेंटर में ऑक्सीमीटर, स्टीमर, थर्मामीटर, ब्लड प्रेशर चेकिंग मशीन और कोरोना चिकित्सा से संबंधित आवश्यक दवाओं और उपकरणों की व्यवस्था की जाएगी ताकि कोरोना महामारी की दूसरी लहर से गांव स्तर पर ही मजबूती के साथ लड़ा जा सके. इसके अलावा, ग्रामीण इलाकों में बने घरों में उपचाराधीन कोरोना मरीजों को आइसोलेशन किट दी जाएगी.