चंडीगढ़: प्रदेश में कोरोना संक्रमण काल में बच्चों के स्कूल बंद हैं. जिसके चलते बच्चों का ज्यादातर समय घर पर ही खेलने या टी.वी. देखने में निकल जाता है. अधिकांश बच्चों का समय मोबाइल पर गेम खेलने में ही निकल जाता होगा. सामन्यत: कोरोना के दौर में बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं. मोबाइल और टी.वी. पर ज्यादा समय वेस्ट करने के चलते बच्चों में तनाव की स्थिति देखी जा रही है. बता दें अब प्रदेश में माता-पिता को बच्चों को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं हैं क्योंकि राज्य बाल कल्याण परिषद बच्चों के तनाव को दूर करने के लिए एक नई परियोजना शुरू की है.
बता दें कि राज्य बाल कल्याण परिषद ने प्रदेश में ‘राज्य बाल कल्याण परिषद का साथ दोस्ती का हाथ, फोन से बात’ परियोजना शुरू की गई है. इस परियोजना के तहत एक एक हेल्पलाइन नंबर 094161- 08132 भी जारी किया गया है. इस नंबर पर कॉल कर लोग बच्चों के तनाव को दूर करने के लिए नि:शुल्क परामर्श ले सकते है.
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इस परियोजना को लेकर राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने कहा कि आज के दौर में हर इंसान अपने आपको परेशान महसूस कर रहा है. उन्होंने कहा कि इसलिए हमने बच्चों को ध्यान में रखकर यह परियोजना शुरू की है. प्रवीण अत्री का मानना है कि कोरोना के दौर में बच्चे ही नहीं बल्कि बड़े लोग भी तनाव महसूस कर रहे हैं क्योंकि कोरोना के चलते लोगों का बाहर आना जाना नहीं हो पा रहा है इसलिए तनाव की स्थिति पैदा हो रही है. इस हेल्पलाइन के जरिए फोन पर तनाव को दूर करने का परामर्श वयस्क भी ले सकते हैं.
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