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हरियाणा में शीतलहर से हाल बेहाल!, कोहरे और ठंड को लेकर अलर्ट जारी - हरियाणा में शीतलहर

Haryana Cold Wave हरियाणा में कोहरे का भारी असर देखने को मिल रहा है. प्रदेश में कोहरे से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं, कोहरे और ठंड को लेकर मौसम विभाग ने प्रदेश में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है.

Haryana Cold Wave
हरियाणा में शीतलहर
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 2, 2024, 8:41 AM IST

चंडीगढ़: उत्तर भारत के कई राज्यों में कड़ाके की ठंड से हाल बेहाल है. हरियाणा में भी घना कोहरे के कारण वाहनों की रफ्तार थम सी गई है, लेकिन किसानों के लिए कोहरा वरदान साबित हो रहा है. मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा में अगले 4 से 5 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री का गिरावट देखने को मिल सकती है. मौसम विभाग के अनुसार एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अब उत्तरी हरियाणा और आसपास के क्षेत्र में स्थित हो गई है. इसके साथ ही समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किलोमीटर ऊपर मध्य विक्षोभ मंडली में ट्रफ ऊपर की ओर औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर अब मोटे तौर पर लोग के साथ चलता हुआ देखा जा रहा है.

हरियाणा में ऑरेंज और येलो अलर्ट: मौसम विभाग ने उत्तरी हरियाणा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि दक्षिणी और पश्चिमी हरियाणा के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. पिछले 24 घंटे में देखा गया है की मौसम हरियाणा और पंजाब में शुष्क बना हुआ है. हरियाणा में आने वाले 24 घंटे में भी कोहरे के साथ-साथ शीतलहर के चलने की भी संभावना देखी जा रही है. इसके साथ ही सोमवार को हरियाणा में अधिक कोहरा रहने के चलते एयर क्वालिटी इंडेक्स 334 (वेरी पुअर) के पास दर्ज की गई है.

हरियाणा में मौसम: मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के उत्तरी इलाके जिम चंडीगढ़ पंचकूला अंबाला यमुनानगर कुरुक्षेत्र कैथल करनाल आते हैं इन जिलों में घना कोहरा से ठंडी हवा चलती हुई देखी जा रही है. वहीं दक्षिणी व दक्षिणी पूर्व हरियाणा और पश्चिमी व दक्षिण पश्चिम हरियाणा में मौसम मैं बदलाव देखा गया है. लेकिन दक्षिणी और पश्चिमी हरियाणा में भी कोहरे की स्थिति बनी हुई है. इन जिलों में महेंद्रगढ़ रेवाड़ी झज्जर गुड़गांव न्यू पलवल फरीदाबाद रोहतक सोनीपत और सिरसा फतेहाबाद हिसार जींद जैसे इलाके शामिल है. आने वाली 5 जनवरी तक बादल छाए रहेंगे और कोहरे की स्थिति बनी रहेगी.

धुंध फसलों के लिए फायदेमंद: कोहरे से एक ओर आम आदमी की परेशानी बढ़ने लगी हैं. वहीं, दूसरी ओर कृषि वैज्ञानिकों ने धुंध को फसलों के लिए काफी फायदेमंद बताया है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार कोहरा और बढ़ी हुई सर्दी के कारण इस साल गेहूं की बंपर पैदावार होने की संभावना है. इसके अलावा सब्जियों के लिए यह मौसम अनुकूल है.

क्या कहते हैं कृषि वैज्ञानिक?: गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान करनाल के डायरेक्टर डॉक्टर ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा है कि गेहूं की फसल के लिए तापमान का कम होना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि तापमान में जितनी कमी होगी गेहूं के पैदावार में उतनी ही बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि अगर अधिक दिनों तक काफी ठंड पड़ती है तो गेहूं की पैदावार अच्छी हो सकती है. कृषि वैज्ञानिक ने कहा है कि अगर कहीं भी फसलों में पीलापन का प्रकोप दिखे तो किसान फौरन संस्थान के वैज्ञानिकों से संपर्क करें.

2024 में शुरुआती महीनों में कैसा रहेगा मौसम?: इस साल आने वाले महीना में किस तरह की गतिविधियां रहने वाली हैं उसको लेकर एक मौसम विभाग द्वारा रिपोर्ट जारी की गई है. इस रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से मार्च 2024 के दौरान हरियाणा पंजाब और चंडीगढ़ सहित उत्तर भारत में वर्षा सामान्य दुघर्कालिक औसत एल पी ए 89-114 फीसदी होने की संभावना है. इसके साथ ही जनवरी से मार्च के दौरान पूरे देश में मौसमी वर्षा सामान्य से अधिक हो सकती है. जिसके तहत एल पी ए का 112 फीसदी होने की संभावना जताई गई है. चंडीगढ़ सहित पंजाब और हरियाणा में सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक मौसमी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है.

2024 में मौसम का पूर्वानुमान: मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर भारत में जनवरी 2024 में मासिक वर्षा चंडीगढ़ सहित पंजाब और हरियाणा में सामान्य से अधिक होने की संभावना है. वहीं, जनवरी 2024 के दौरान पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ में मासिक न्यूनतम तापमान सामान्य से सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है. इसके साथ ही जनवरी 2024 में मासिक अधिकतम तापमान क्षेत्र पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ में सामान्य से सामान्य नीचे रहने की संभावना है. 2024 में भी कुदरती तौर पर बड़े-बड़े बदलाव देखे जा सकते हैं.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में नए साल की शुरुआत कड़ाके की सर्दी के साथ, कोल्ड वेव ने बढ़ाई ठिठुरन

ये भी पढ़ें: ठंडी के मौसम में पांव की उंगलियों में सूजन बढ़ा सकती है परेशानियां

चंडीगढ़: उत्तर भारत के कई राज्यों में कड़ाके की ठंड से हाल बेहाल है. हरियाणा में भी घना कोहरे के कारण वाहनों की रफ्तार थम सी गई है, लेकिन किसानों के लिए कोहरा वरदान साबित हो रहा है. मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा में अगले 4 से 5 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री का गिरावट देखने को मिल सकती है. मौसम विभाग के अनुसार एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अब उत्तरी हरियाणा और आसपास के क्षेत्र में स्थित हो गई है. इसके साथ ही समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किलोमीटर ऊपर मध्य विक्षोभ मंडली में ट्रफ ऊपर की ओर औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर अब मोटे तौर पर लोग के साथ चलता हुआ देखा जा रहा है.

हरियाणा में ऑरेंज और येलो अलर्ट: मौसम विभाग ने उत्तरी हरियाणा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि दक्षिणी और पश्चिमी हरियाणा के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. पिछले 24 घंटे में देखा गया है की मौसम हरियाणा और पंजाब में शुष्क बना हुआ है. हरियाणा में आने वाले 24 घंटे में भी कोहरे के साथ-साथ शीतलहर के चलने की भी संभावना देखी जा रही है. इसके साथ ही सोमवार को हरियाणा में अधिक कोहरा रहने के चलते एयर क्वालिटी इंडेक्स 334 (वेरी पुअर) के पास दर्ज की गई है.

हरियाणा में मौसम: मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के उत्तरी इलाके जिम चंडीगढ़ पंचकूला अंबाला यमुनानगर कुरुक्षेत्र कैथल करनाल आते हैं इन जिलों में घना कोहरा से ठंडी हवा चलती हुई देखी जा रही है. वहीं दक्षिणी व दक्षिणी पूर्व हरियाणा और पश्चिमी व दक्षिण पश्चिम हरियाणा में मौसम मैं बदलाव देखा गया है. लेकिन दक्षिणी और पश्चिमी हरियाणा में भी कोहरे की स्थिति बनी हुई है. इन जिलों में महेंद्रगढ़ रेवाड़ी झज्जर गुड़गांव न्यू पलवल फरीदाबाद रोहतक सोनीपत और सिरसा फतेहाबाद हिसार जींद जैसे इलाके शामिल है. आने वाली 5 जनवरी तक बादल छाए रहेंगे और कोहरे की स्थिति बनी रहेगी.

धुंध फसलों के लिए फायदेमंद: कोहरे से एक ओर आम आदमी की परेशानी बढ़ने लगी हैं. वहीं, दूसरी ओर कृषि वैज्ञानिकों ने धुंध को फसलों के लिए काफी फायदेमंद बताया है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार कोहरा और बढ़ी हुई सर्दी के कारण इस साल गेहूं की बंपर पैदावार होने की संभावना है. इसके अलावा सब्जियों के लिए यह मौसम अनुकूल है.

क्या कहते हैं कृषि वैज्ञानिक?: गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान करनाल के डायरेक्टर डॉक्टर ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा है कि गेहूं की फसल के लिए तापमान का कम होना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि तापमान में जितनी कमी होगी गेहूं के पैदावार में उतनी ही बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि अगर अधिक दिनों तक काफी ठंड पड़ती है तो गेहूं की पैदावार अच्छी हो सकती है. कृषि वैज्ञानिक ने कहा है कि अगर कहीं भी फसलों में पीलापन का प्रकोप दिखे तो किसान फौरन संस्थान के वैज्ञानिकों से संपर्क करें.

2024 में शुरुआती महीनों में कैसा रहेगा मौसम?: इस साल आने वाले महीना में किस तरह की गतिविधियां रहने वाली हैं उसको लेकर एक मौसम विभाग द्वारा रिपोर्ट जारी की गई है. इस रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से मार्च 2024 के दौरान हरियाणा पंजाब और चंडीगढ़ सहित उत्तर भारत में वर्षा सामान्य दुघर्कालिक औसत एल पी ए 89-114 फीसदी होने की संभावना है. इसके साथ ही जनवरी से मार्च के दौरान पूरे देश में मौसमी वर्षा सामान्य से अधिक हो सकती है. जिसके तहत एल पी ए का 112 फीसदी होने की संभावना जताई गई है. चंडीगढ़ सहित पंजाब और हरियाणा में सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक मौसमी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है.

2024 में मौसम का पूर्वानुमान: मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर भारत में जनवरी 2024 में मासिक वर्षा चंडीगढ़ सहित पंजाब और हरियाणा में सामान्य से अधिक होने की संभावना है. वहीं, जनवरी 2024 के दौरान पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ में मासिक न्यूनतम तापमान सामान्य से सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है. इसके साथ ही जनवरी 2024 में मासिक अधिकतम तापमान क्षेत्र पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ में सामान्य से सामान्य नीचे रहने की संभावना है. 2024 में भी कुदरती तौर पर बड़े-बड़े बदलाव देखे जा सकते हैं.

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