चंडीगढ़/दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां ही नहीं हरियाणा रोडवेज यूनियन ने भी एक रणनीति तैयार की है. ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधिमंडल और परिवहन विभाग में जारी किलोमीटर स्कीम को रद्द करवाने की मांग को लेकर जननायक जनता पार्टी के संयोजक दुष्यंत चौटाला, कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और इनेलो के नेता अभय सिंह चौटाला से दिल्ली में उनके निवास पर मिले.
विपक्षी दलों ने मांग को पूरा करने का किया वादा
सभी राजनीतिक दलों ने यूनियन को विश्वास दिलाया कि अगर उनकी पार्टी की सरकार बनी तो परिवहन विभाग में लागू किलोमीटर स्कीम को पूर्ण रूप से रद्द करेंगे. सरकारी बसों का बेड़ा बढ़ाया जाएगा और कर्मचारियों की स्थाई भर्ती की जाएगी.
पिछले पांच साल में घटी बसों की संख्या
उन्होंने कहा कि साल 2014 में विभाग में 4250 बसों का बेड़ा था, जो आज घटकर 3400 के करीब रह गया है. मतलब वर्तमान सरकार ने अपने 5 साल के कार्यकाल में परिवहन विभाग में एक भी नई बस शामिल नहीं की है.
यात्रियों को परेशानी
प्रदेश में जनता की आबादी के अनुसार बसों की भारी कमी है. जिसके कारण आम जनता, कर्मचारी और छात्र-छात्राओं को बसों की छत व खिड़कियों में लटककर सफर करने पर मजबूर होना पड़ता है. जिसके कारण आए दिन दुर्घटना की खबरें आती हैं. लेकिन सरकार इसके प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं है और परिवहन विभाग का निजीकरण करने पर तुली हुई है.
रोडवेज वर्कर की ने दी ये चेतावनी
यूनियन ने चेतावनी दी है कि परिवहन विभाग का निजीकरण किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. रोडवेज कर्मचारी किलोमीटर स्कीम को रद्द करवाने के लिए एक बार फिर से बड़ा आन्दोलन करने के लिए तैयार हैं.