नूंह: हरियाणा के नूंह हिंसा मामले में पहले हरियाणा सरकार ने बुलडोजर की कार्रवाई की, जब उस पर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया तो फिर उस कार्रवाई पर रोक लगा दी गई. हालांकि सरकार ने कोर्ट में बताया कि नूंह में सिर्फ एक वर्ग विशेष को बुलडोजर की कार्रवाई का निशाना नहीं बनाया गया. वहीं, अब हिंसा के आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने अपने अभियान को तेज कर रखा है.
नूंह में तीन मुठभेड़ में पकड़े चार आरोपी: नूंह हिंसा के आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस सक्रिय है. अभी तक पुलिस और आरोपियों के बीच तीन मुठभेड़ हो चुकी है. जिनमें चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. बुधवार को भी देर रात नूंह हिंसा के एक आरोपी के साथ पुलिस से मुठभेड़ हो गई. दोनों ओर से हुई फायरिंग में भागने का प्रयास कर रहे आरोपी के पैर में गोली लग गई. इससे पहले बीते सोमवार को भी पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक आरोपी को पैर में गोली लगी. जिसको मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. इससे पहले हुई मुठभेड़ में भी एक आरोपी के पैर पर गोली लगी जबकि एक अन्य को उसके साथ गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस के निशाने आरोपियों के पैर!: पुलिस हिंसा के मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है और उसके तहत सारी मुठभेड़ हो रही हो रही है. अभी तक पुलिस के साथ जिन आरोपियों की मुठभेड़ हुई है, उन सभी के पैर पर ही गोली लगी है.
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अब तक 61 एफआईआर, 292 गिरफ्तार: वहीं, ब्रज मंडल हिंसा मामले में अब तक पुलिस ने कुल 61 एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें हिंसा के मामले में 49 और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के मामले में 12 एफआईआर हैं. जबकि, इस मामले में एक गिरफ्तारी हुई है. नूंह के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया ने आम लोगों से कहा कि वो अफवाह पर ध्यान ना दें, अफवाह फैलाने वाले से नूंह पुलिस सख्ती से निपटेगी. वहीं, हिंसा के मामले में अभी तक कुल 292 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
पुलिस की कार्रवाई पर क्या कहती हैं किरण चौधरी?: नूंह में चल रही पुलिस की मुठभेड़ पर कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी कहती हैं कि सरकार और पुलिस जो कार्रवाई करना चाहती है वह उसे करे. लेकिन, हम सवाल यह पूछना चाहते हैं कि जब सरकार को सीआईडी की रिपोर्ट थी कि, इस तरह की हिंसा वहां हो सकती है, तो उसके बावजूद भी सरकार चुपचाप क्यों बैठी रही? इसका क्या मकसद था? इसका मतलब यह हुआ कि आप ऐसे अवांछित तत्वों को खुली छूट दे रहे हो. फिर सरकार नाम की तो कोई चीज नहीं रह गई.
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बीजेपी की इस पर क्या है प्रतिक्रिया?: हरियाणा सरकार में मीडिया सचिव की भूमिका निभा रहे प्रवीण पत्र कहते हैं कि, नूंह हिंसा मामले में वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रदेश पुलिस ने नूंह के राजनीतिक दलों और सामाजिक लोगों से आरोपियों के आत्मसमर्पण करने के लिए आग्रह किया था. लेकिन, जब आरोपी पुलिस के सामने नहीं आए तो उन्हें इसके खिलाफ पुलिस को अपना अभियान चलाना पड़ा. जिसके तहत पुलिस के साथ आरोपियों की मुठभेड़ हो रही है और जिसके बाद आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ रहे हैं. इसके साथ ही उनके पास से हथियार भी बरामद हो रहे हैं. जिसका वे पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान इस्तेमाल भी कर रहे हैं.
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