चंडीगढ़: हरियाणा में कबूतरबाजी के खिलाफ अब सख्त और प्रभावी कार्रवाई हो सकेगी. युवाओं को सब्जबाग दिखाकर उनसे लाखों रुपए लूटने वालों पर समय पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए अंबाला रेंज आईजी के नेतृत्व में 3 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है. गृह मंत्री अनिल विज के निर्देश पर गठित यह एसआईटी हरियाणा में कबूतरबाजी के मामलों की जांच कर दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए गठित की गई है.
गृह मंत्री अनिल विज ने हरियाणा में कबूतरबाजी के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए एसआईटी का गठन करने के निर्देश दिए हैं. इस एसआईटी का गठन अंबाला रेंज आईजी सिबास कबिराज के नेतृत्व में किया गया है, इसमें तीन सदस्य होंगे, जो कबूतरबाजी के मामलों की जांच करेंगे. इसमें कैथल एसपी अभिषेक जोरवाल और अंबाला एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा को शामिल किया है.
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हरियाणा में एसआईटी का गठन की जानकारी देते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि एसआईटी प्रदेश के युवाओं के साथ धोखाधड़ी करने वाले तथा उनसे लाखों रुपये ऐंठकर गैर कानूनी तरीके से विदेशों में भेजने वाले कबूतरबाजों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करेगी. गृह मंत्री अनिल विज ने टीम को समय पर जांच पूरी करने और आरोपियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं.
गौरतलब है कि कुछ वर्ष पूर्व भी गृह मंत्री ने कबूतरबाजी के मामलों के लिए एक एसआईटी टीम का गठन किया था. इसकी कमान करनाल रेंज की तत्कालीन आईजी भारती अरोड़ा को सौंपी गई थी. आईजी भारती अरोड़ा के नेतृत्व में गठित टीम में अलग-अलग जिलों के पुलिस कप्तान को शामिल किया गया था. इस एसआईटी ने कबूतरबाजों पर 450 से ज्यादा मामले दर्ज किए थे और उनसे भारी मात्रा में बरामदगी की थी.
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इस एसआईटी टीम के बेहतर कार्य पर हरियाणा के गृह मंत्री ने आईजी भारती अरोड़ा को सम्मानित भी किया था. गौरतलब है कि हरियाणा और पंजाब से बड़ी संख्या में युवा पढ़ाई और जॉब के लिए विदेश जाते हैं. ऐसे युवाओं को कबूतरबाज अपने जाल में फंसाकर उनसे लाखों रुपए ऐंठ लेते हैं और उन्हें फर्जी वीजा थमा दिया जाता है. ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या और उन पर समय रहते कार्रवाई नहीं होने के कारण हरियाणा में कबूतरबाजी पर रोक नहीं लग पा रही थी. इसलिए एसआईटी टीम को गठित किया गया है.