चंडीगढ़: शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बुधवार को कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कि आज तक विपक्ष इन तीनों कानूनों के खिलाफ सार्थक विरोध नहीं कर पाया है. उनका कहना है कि विपक्ष कहता है कि किसान बर्बाद हो जाएगा, लेकिन कैसे यह नहीं बताया.
शिक्षा मंत्री ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें अडानी-अंबानी दो नाम याद हैं. वे कैसे इसका फायदा उठाएंगे यह नहीं बताया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सोफा लगे ट्रैक्टर पर बैठ कर किसानों की बात कर रहे हैं. इससे उनकी कैपिसिटी का पता चलता है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बस लिखी हुई बातें पढ़ कर किसानों को बरगला रहे हैं.
'ये तीनों बिल पहले कांग्रेस लाने वाली थी'
कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि ये तीनों बिल पहले कांग्रेस काल में भी सरकार लेकर आ रही थी. अब कांग्रेस चौथा बिल लाने की बात कर रही है. ये मांग कर रही है कि एमएसपी लाया जाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ये कह रही है कि मंडी समाप्त हो जाएगी, लेकिन ये झूठ है मंडियां जारी रहेंगी. उन्होंने कहा कि जब खरीदने वाले ज्यादा होंगे तो बेचने वाले को ही फायदा होगा.
'कॉट्रैक्ट फार्मिंग से किसान नहीं बनेगा बंधुआ'
शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज हम किसानों को सुविधा दे रहे हैं कि वो अधिकतम रेट पर बाहर बेचें और न्युनतम रेट हम मंडियों में MSP से देंगे. किसान आज ऑर्गेनिक खेती करके पैसा कमा रहा है. छोटे किसान के लिए संभव नहीं है. उन्होंने कही कि विपक्ष की तरफ से कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए किसान बंधुआ बन जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है. उन्होंने जानकारी दी कि ये कॉन्ट्रैक्ट सिर्फ पांच साल तक हो सकता है, जिसमें कॉन्ट्रैक्टर ये बताएगा कि फसल कौन-सी लगानी है.
'कांग्रेस काल में हुआ ब्लैक'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस आरोप लगा रहा है कि स्टॉक की छूट देकर ब्लैक मार्केटिंग होगी, लेकिन कांग्रेस अपने एक साल के कार्यकाल का बता दे कि जब ब्लैक मार्केटिंग नहीं हुई हो. शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार में हर बार यूरिया की दिक्कत हुई, लेकिन हमारी सरकार में कभी किसी चीज को ब्लैक में नहीं जाने दिया गया.
शिक्षा मंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि ये सार खेल विपक्ष इसलिए कर रहा है कि क्योंकि विपक्ष को लगता है कि ये बीजेपी सरकार दोबारा क्यों बन गई. उन्होंने कहा कि कल ट्रैक्टर चलाने को लेकर होड़ लगी हुई थी. ये वही हैं जिन्होंने CAA और 370 को लेकर भी भ्रम फैलाया. हमने जिसका विरोध किया ये लोग उनके साथ जाकर खडे हो गए.
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