चंडीगढ़: मंगलवार को चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस की बैठक हुई. इस बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पार्टी अध्यक्ष उदय भान ने मीडिया से कई मुद्दों को लेकर बातचीत की. बैठक के दौरान बातचीत में जहां ई-टेंडरिंग का मुद्दा भी चर्चा में रहा. वहीं प्रदेश के वर्तमान हालातों को लेकर भी चर्चा हुई. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पार्टी अध्यक्ष उदय भान मीडिया से भी रूबरू हुए.
हरियाणा में 8 से ज्यादा साल का वक्त गुजर चुका है, कांग्रेस पार्टी अभी तक पार्टी का संगठन खड़ा नहीं कर पाई है. मीडिया को या पार्टी के नेता सभी लोग इतने लंबे समय से कांग्रेस के पदाधिकारियों की सूची का इंतजार कर रहे हैं. वहीं इस सूची के अभी तक जारी न होने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता भी अपने नेताओं पर सवाल उठा रहे हैं.
बीते दिनों कुमारी शैलजा ने कहा था कि पार्टी के संगठन की सूची जारी ना होने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता भी जिम्मेदार हैं. इस मुद्दे पर जब नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं तो शुरु से ही कह रहा हूं कि संगठन बनना चाहिए जो अच्छी बात होगी. उन्होंने कहा कि अच्छी बात है अगर कोई अपनी कमी को मानता है. उन्होंने कहा कि मेरा संगठन बनाने में क्या योगदान है. मैं कोई पार्टी का प्रधान तो नहीं हूं. उन्होंने कहा कि संगठन बनाना पार्टी के अध्यक्ष और हाईकमान का काम है. उन्होंने कहा कि मेरा संगठन बनाने में कोई योगदान नहीं है.
वहीं, हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान ने कहा कि कुमारी शैलजा ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इसके लिए जिम्मेदार हैं, क्या कुमारी शैलजा पार्टी की वरिष्ठ नेता नहीं हैं? कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव हैं. उन्होंने कहा कि जो मैं यहां से सूची भेजता हूं वह कोई शैलजा जी के थ्रू तो जाती नहीं है. इसलिए उनको इसकी जानकारी नहीं है.
यह भी पढ़ें-ई-टेंडरिंग और अन्य मुद्दों को लेकर कल हरियाणा कांग्रेस राज्यपाल को सौंपेगी ज्ञापन
उन्होंने कहा कि, 'मैं यह कह रहा हूं कि हमारी जो चुनावी प्रक्रिया है वह पूरी हो चुकी है. ये सारा मामला हाईकमान के संज्ञान में है. इस संबंध में जो भी फैसला लेना है उन्हें लेना है. उन्होंने कहा कि अब जो संगठन की सूचियां जारी होनी है, वह केंद्रीय नेतृत्व को करनी है. हमारी ओर से सभी लिस्ट जा चुकी है और कभी भी संगठन की घोषणा हो सकती है.'
वहीं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि संगठन में मेरा कोई रोल नहीं है, हां मुझसे कोई सलाह देगा तो मैं जरूर दूंगा. इससे पहले मीडिया से बात करते हुए एक तरफ जहां प्रदेश अध्यक्ष उदय भान ने प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं दी, तो वहीं उन्होंने बीते दिनों राज्यपाल से मुलाकात में दिए गए ज्ञापन के बारे में भी बात की. उन्होंने बताया कि ज्ञापन में सरपंचों के मुद्दे को भी उठाया गया और साथ ही प्रदेश के अन्य हालातों के बारे में भी राज्यपाल को अवगत करवाया गया.
उन्होंने कहा कि 6 मार्च से 10 मार्च को नेशनल बैंक व एलआईसी के समक्ष धरने का कार्यक्रम जारी है. 13 मार्च को चलो राजभवन की ओर कार्यक्रम होगा. प्रदेश कार्यालय से राजभवन तक पैदल मार्च होगा. 25 मार्च को हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के समापन के तौर पर सोनीपत में पर्दाफाश रैली होगी.
वहीं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई पंचायतों के लिए टेंडरिंग व्यवस्था से सरकार पंचायत को पंगु बनाने का प्रयास कर रही है. शहरी क्षेत्रों को परिवार पहचान पत्र में उलझा दिया है. इज ऑफ डूइंग में आंध्रा आगे चला गया है उसमें भी पिछड़ गए हैं. एक काम मे हम आगे हैं कर्जा लेने में है. हुड्डा ने कहा कि इलेक्टेड पंचायतों को उनका हक मिले, जो अमेंडमेंड कर रहे हैं कि अपने आप पंच को पेमेंट चला जाएगा. ये अधिकार ये ठीक नहीं है.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि विपक्ष आपके समक्ष पोस्टपोंड हो गया था. मंगलवार को बैठक में फैसला लिया गया है कि दो अप्रैल को फिर से कार्यक्रम शुरू करेंगे. दो अप्रैल को यमुनानगर में बड़ा कार्यक्रम करेंगे. इसको लेकर कार्यकर्तओं में काफी जोश है. उन्होंने सीएजी की रिपोर्ट को लेकर जानकारी सदन में देने की बात कही है. हुड्डा ने कहा कि वर्तमान सरकार में एक भी नई मेडिकल यूनिवर्सिटी नहीं बनी है.
9 मार्च को सरपंचों के साथ मुख्यमंत्री की होने वाली बैठक को लेकर हुड्डा ने कहा कि प्रजातंत्र में लाठी व गोली से सरकार नहीं चलती. प्रजातंत्र में बातचीत से हल निकलता है. हुड्डा ने कहा कि ठेकेदार लोगों के लिए जवाब देह नहीं है. चुना हुआ सरपंच ही लोगों के लिए जवाब देह है. हुड्डा ने कहा कि ई-टेंडरिंग से पारदर्शिता नहीं आएगी सबसे बड़ी चोरी होगी.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पढ़ी-लिखी पंचायत का औचित्य तब था जब पढ़े-लिखे विधायक हों सांसद हों. हुड्डा ने कहा कि हमारी सरकार आने पर पंचायतों को पूरा अधिकार देंगे, पहली कलम से ओपीएस लागू करेंगे. सरकार ने परचून की दुकान खोल ली है, नौकरियां बेची जा रही है. राहुल गांधी के बयान पर हुड्डा ने कहा कि कोई ऐसा बयान नहीं दिया जो नहीं देना चाहिए था. संसद में उन्हें बोलने नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि जब सरकार बदल जाएगी तो सभी एसआईटी की रिपोर्ट निकल आएगी जो दबाई गई है.
यह भी पढ़ें-LPG सिलेंडर हुआ महंगा, सुरजेवाला बोले- 'मित्रकाल' में डूबी मोदी सरकार, होली पर भी महंगाई का हाहाकार