चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमें चुनौतियों को अवसरों में बदलना आना चाहिए और इसी सोच के साथ हमने राज्य के विकास के लिए सिस्टम को पारदर्शी बनाने पर लगातार काम किया है. उन्होंने बताया कि हरियाणा के विकास के लिए ही हमने मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम की शुरुआत की, ताकि नई पहल शुरू करके राज्य की जनता को जल्द से जल्द सरकारी सेवाएं मुहैया करवाई जा सकें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम को शुरू हुए चार साल हो गए हैं, जोकि अब तक काफी सफल रहा है. सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम एक सफल योजना रही है और हमें इस योजना को लंबे समय तक इसी प्रकार से सफलता के साथ चलाना है. उन्होंने बताया कि अभी तक लगभग 40 ऐसी पहल शुरू की गई हैं जिनमें मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों की अहम भूमिका रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सिस्टम को लगातार सुधारने पर काम करते रहना चाहिए, क्योंकि पूरा हरियाणा प्रदेश उनके लिए एक है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के कारण ही डिजिटल सिस्टम को विभिन्न स्थानों पर लागू किया जा सका है जिनमें सरल पोर्टल योजना, ग्राम सचिवालय, वन स्टॉप सेंटर, सक्षम योजना शामिल है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा में जल्द भर्ती होंगे 1000 आयुष सहायक और 22 आयुष कोच
कोविड-19 महामारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमें चुनौतियों को अवसरों में बदलना चाहिए इसलिए इस महामारी के दौरान उन्होंने लोगों की मदद व सहयोग के लिए विभिन्न योजनाओं व नीतियों को लागू करने पर काम किया. कार्यक्रम में उन्होंने मेरी फसल-मेरा ब्योरा, डीबीटी योजना और परिवार पहचान पत्र योजना का भी जिक्र किया.
मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम, 2019-20 के बैच के सभी सहयोगियों से बातचीत की और भविष्य के लिए शुभकामना भी दी. बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री को सुशासन सहयोगियों ने अपने भविष्य के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उनमें से कुछ यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं ताकि वो सिविल सर्विस में आकर देश की जनता की सेवा कर सकें.
इसी प्रकार, कुछ सुशासन सहयोगी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में जाना चाहते हैं तो वहीं कुछ पब्लिक पॉलिसी में काम करना चाहते हैं. इस मौके पर उन्होंने सुशासन सहयोगियों से कहा कि आप जहां कहीं भी जाएं, लेकिन समाज, देश और मानवता के नाते से सोच कर आगे बढ़ें. उन्होंने कहा कि आपको केवल अपने लिए ही नहीं सोचना है बल्कि समाज व मानवता के लिए भी सोच कर आगे बढ़ना है.