चंडीगढ़: किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बयान दिया है कि दिल्ली पुलिस की ओर से जिन 1700 लोगों को नोटिस भेजे गए है, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है. अगर दिल्ली पुलिस उन्हें बुलाती है तो उन्हें वहां जाने की जरूरत नहीं है. अगर दिल्ली पुलिस उनके गांव में आती है तो पूरा गांव उन्हें घेर कर वहां रखे और प्यार से उन्हें खाना खिलाए और प्रशासन को सूचित करे कि आपके आदमियों को हमने यहां रखा है.
दरअसल, चंडीगढ़ में भारतीय किसान यूनियन की पहली महापंचायत का आयोजन किया गया था. जिसमें भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी, पंजाब किसान यूनियन मानसा रुलदू सिंह मानसा और बीकेयू उग्रहं के अध्यक्ष जोगिंदर उग्रहा भी मौजूद रहे.
'दिल्ली पुलिस के पास कोई ना जाए'
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए चढूनी ने कहा कि दिल्ली पुलिस की ओर से 1700 लोगों को नोटिस दिए गए हैं, किसी को भी दिल्ली पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है और ना ही उनके पास जाने की जरूरत है. इसके आगे चढूनी ने कहा कि अब अंबानी और अडानी के बाद रामदेव भी मोदी जी के दोस्त बन गए हैं, इसलिए अब उनका सामान भी ना खरीदा जाए.
गुरनाम चढूनी ने कहा कि अगर बीजेपी के लोग मंच लगाते हैं तो इन्हें भगा दो, काम भी करना है और आंदोलन भी करना है. ऐसे में कमेटी बनाई जाए.
ये भी पढ़िए: नीति आयोग की बैठक में सीएम ने उठाया SYL का मुद्दा, केंद्र से दखल की अपील
चढूनी ने कहा कि चडीगढ़ में पढ़े लिखे लोगों को समझ आ चुका है कि मामला क्या है ? पूरे देश पर कॉर्पोरेटर घरानों ने कब्जा कर लिया है. पॉलिसी आ चुकी है, 400 से 500 एकड़ पर कंपनियां खेती करेगी. किसान खेती नहीं करेगा. चढूनी ने आरोप लगाया कि एमएसपी का पहले से 4 लाख करोड़ कम मिल रहा है.