सिरसा: शनिवार को एक बड़ा ड्रग तस्कर और आतंकियों का राइट हैंड रंजीत सिंह उर्फ चीता को गिरफ्तार हो गया, लेकिन इसकी गिरफ्तारी इतनी आसान नहीं थी. पंजाब पुलिस, हरियाणा पुलिस और एनआईए ने रंजीत उर्फ चीता को गिरफ्तार करने के लिए बड़ा ऑपरेशन चलाया और 532 किलोग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया.
पुलिस ने ऐसे चलाया ऑपरेशन
पंजाब की अमृतसर पुलिस और एनआईए को गुप्त सूचना मिली थी कि हरियाणा के सिरसा जिले में नशा तस्कर रंजीत उर्फ चीता छिपा हुआ है. शुक्रवार और शनिवार की रात पंजाब पुलिस और एनआईए की टीम सिरसा पहुंची. उन्होंने सिरसा के एसपी अरुण सिंह को पूरी जानकारी दी और सिरसा पुलिस के दर्जनों जवानों की टीम को साथ लिया.
पुलिस डेरा सच्चा सौदा के पास बेगू गांव में पहुंची और पूरे गांव की घेराबंदी कर ली. रात के अंधेरे में किसी को सूचना नहीं लग पाई. इसके बाद इंटेलिजेंस के मुताबिक बताए गए घर में छापेमारी की और रंजीत उर्फ चीता और उसके भाई गगन को गिरफ्तार कर लिया गया.
8 महीने से भेष बदलकर सिरसा में छिपा था रंजीत
पुलिस के मुताबिक ये तस्कर पिछले 8 महीने से हरियाणा के सिरसा के बेगू रोड स्थित एक घर में छिपे हुए थे. वो भेष बदलकर वहां रह रहा था. चीता जहां रह रहा था वो मकान रंजीत सिंह के साढू गुरमीत सिंह ने किराये पर लिया था. रंजीत सिंह को पनाह देने के आरोप में गुरमीत सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है.
कैसे रंजीत बना सबसे बड़ा तस्कर?
रंजीत सिंह उर्फ चीता 2018 से 2019 के बीच पाकिस्तान से पहाड़ी नमक इंपोर्ट करने के बहाने ड्रग मंगवाता था. भारत की एजेंसियों ने अमृतसर में उसके ड्रग की खेप को पकड़ा था. पंजाब पुलिस के डीजीपी दिनकर गुप्ता के मुताबिक जम्मू कश्मीर और पंजाब से हिजबुल के आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अमृतसर के रंजीत सिंह को गिरफ्तार किया है, वो भारत के सबसे बड़े ड्रग तस्करों में से एक है.
पिता और परिवार से भी पूछताछ
सिरसा के एसपी अरूण नेहरा ने कहा कि मोस्ट वांटेड स्मग्लर रंजीत सिंह और उसके भाई को शरण देने वाले गुरमीत सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने रंजीत के पिता और परिवार को भी हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है.
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