नई दिल्ली: आज नेपाल एक दिन के लिए बांग्लादेश को 40 मेगावाट बिजली निर्यात करने वाला है. नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (एनईए) के प्रवक्ता चंदन घोष के अनुसार दोपहर करीब 1 बजे भारतीय ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से बांग्लादेश को बिजली भेजी जाएगी. नेपाल, भारत और बांग्लादेश के ऊर्जा मंत्रियों की संयुक्त अगुवाई में वर्चुअल उद्घाटन समारोह के बाद बिजली निर्यात शुरू होगा.
हालांकि 3 अक्टूबर को काठमांडू में एक त्रिपक्षीय समझौता हुआ था, लेकिन बांग्लादेश में राजनीतिक अशांति के कारण ढाका को नेपाल के बिजली निर्यात की शुरुआत में देरी हुई. समझौते के तहत, नेपाल अगले पांच वर्षों तक हर साल 15 नवंबर से 15 जून के बीच बांग्लादेश को बिजली निर्यात करेगा.
चंदन घोष ने पीटीआई से कहा कि 15 नवंबर को एक दिन के लिए 40 मेगावाट बिजली निर्यात होगा. इसके बाद, नेपाल जून 2025 से बांग्लादेश को बिजली निर्यात फिर से शुरू करेगा. एनईए बांग्लादेश को 25 मेगावाट त्रिशूली और 22 मेगावाट चिलिम हाइड्रो इलेक्ट्रिसिटी प्लांट से बने बिजली की आपूर्ति करेगा.
यह बिजली भारत की 400-केवी मुजफ्फरपुर-बहरामपुर-भेरामारा ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से बांग्लादेश तक पहुंचेगी. नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (एनईए) के प्रवक्ता ने कहा कि पांच साल का बिजली निर्यात समझौता नेपाल को सहमत अवधि के दौरान बिना किसी रुकावट के बांग्लादेश को बिजली देने में सक्षम बनाता है.