चंडीगढ़ः यमुना नदी खतरे के निशान पर बह रही है और हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. सोमवार दोपहर करीब 1 बजे हथनीकुंड बैराज से 6 लाख 56 हजार क्सूसेक पानी छोड़ा गया है. इस पानी के अलगे 72 घंटे में दिल्ली पहुंचने की संभावना है. जिसके बाद प्रशासन यमुनानगर से दिल्ली तक बाई अलर्ट पर था.
घग्गर का रौद्र रूप!
वहीं घग्गर नदी का जल स्तर भी बढ़ गया है. घग्गर नदी के उफान को देखते हुए पंचकूला प्रशासन ने नदी के आसपास धारा 144 लगा दी है. साथ ही लोगों को घग्घर नदी और दूसरे बरसाती नालों से दूर रहने की अपली की गई है.
मारकंडा भी उफान पर
इसके अलावा मारकंडा नदी भी उफान पर है. मारकंडा में 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से 10 फीट तक जलस्तर बढ़ गया है. पानी का बहाव ज्यादा होने से नेशनल हाइवे 344 बंद कर दिया गया है. साथ ही जिला प्रशासन ने आस-पास के इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया है.
कई जगह रिहाएशी इलाकों में पहुंचा पानी
पानी का बहाव काफी तेज है जिससे जिले में बाढ़ जैसी स्थिती पैदा हो गई है. सड़कों पर जमा पानी के कारण नेशनल हाइवे 344 को बंद कर दिया गया है. अंबाला सहारनपुर नेशनल हाइवे पर मारकंडा नदी के ओवरफ्लो होने पर वहां से सफर करने वाले लोग फंस गए हैं और परेशानी का सामना कर रहे हैं.
टांगरी नदी का कहर
उधर अंबाला कैंट के कई इलाकों में इस समय बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. दरअसल टांगरी नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. जिससे पानी अब ओवर फ्लो होकर नदी के आसपास के इलाकों में घुसने लगा है. ऐसे में प्रशासन ने विभाग और अधिकारियों को नोटिस जारी कर अलर्ट रहने को कहा है.
देशभर में बारिश की आफत
देशभर में बारिश आफत बनकर बरस रही है. देश के कई राज्यों में बारिश कहर बरपा रही है. ऐसे में हरियाणा भी बाढ़ की चपेट में आता नजर आ रहा है. जिसको देखते हुए प्रशासन ने भी जगह-जगह हाइ अलर्ट घोषित किया है.