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25 से कम संख्या वाले स्कूल बंद होकर रहेंगे, शिक्षा मंत्रालय अपने फैसले पर कायम

हरियाणा सरकार अगल सत्र में प्रदेश के 1026 सरकारी प्राइमरी विद्यालयों को बंद करने की तैयारी में है. शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने साफ कर दिया है कि हम अपने फैसले पर कायम हैं.

education minister kanwarpal gurjar on primary school closing
education minister kanwarpal gurjar on primary school closing
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Published : Feb 22, 2020, 10:44 AM IST

चंडीगढ़: प्रदेश का शिक्षा विभाग अपने फैसले पर कायम है. विभाग जल्द ही कम संख्या वाले सरकारी स्कूलों को अगले शैक्षणिक सत्र से बंद कर देगा. खबर आ रही थी कि शिक्षा विभाग ने अपने इस फैसले को टाल दिया है, जिसका शिक्षा मंत्री ने खंडन करते हुए कहा कि विभाग अपने फैसले पर कायम है और ये स्कूल जरूर बंद किए जाएंगे.

बंद होंगे प्रदेश के 1026 प्राइमरी स्कूल

बता दें, प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या में लगातार कमी होने के चलते विभाग की ओर से अब अगले सत्र से 1026 प्राइमरी स्कूलों को बंद करने की तैयारी की गई है. निदेशालय की ओर से इसे लेकर सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांग गई है.

25 से कम संख्या वाले स्कूल बंद हो कर रहेंगे, देखें वीडियो

विभाग के इस फैसले पर कायम होने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि विभाग अपने फैसले पर कायम है और अगले सत्र से 25 से कम बच्चों वाले स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा. इनको चलाना विभाग की ओर से मुश्किल है. उन्होंने कहा कि इनमें पढ़ रहे बच्चों के लिए पास के सरकारी स्कूलों में व्यवस्था कर दी जाएगी.

ये भी पढ़ें- प्रदेश में बंद होंगे 1026 प्राइमरी स्कूल, बच्चों की कम संख्या को बताया जा रहा कारण

शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि शिक्षा विभाग, प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए खाफी चिंतित है. शिक्षा विभाग लड़कियों के लिए आने वाले समय मे ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था कर रहा है. इसी तरह की कई ओर योजनाएं शिक्षा विभाग प्रदेश के बच्चों के लिए लेकर आने वाला है.

मिली जानकारी के अनुसार बंद होने वाले स्कूलों में सबसे ज्यादा पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के गृह जिले महेंद्रगढ़ से हैं. निदेशालय की ओर से कहा गया है कि इन छात्रों को करीबी स्कूलों में समायोजित किया जाना है.

34 स्कूलों में नहीं है एक भी शिक्षक

जिन स्कूलों को बंद किए जाने की तैयारी है, उनमें 34 स्कूल ऐसे हैं, जिनमें एक भी शिक्षक नहीं है. इनमें अम्बाला में दो, फतेहाबाद में एक, गुरुग्राम में 4, करनाल में एक, महेंद्रगढ़ में 14, पंचकूला में तीन, रेवाड़ी में 2, रोहतक में एक, यमुनानगर में 5 स्कूल शामिल हैं.

79 स्कूलों में 5 या इससे कम बच्चे

प्रदेश के 79 स्कूलों में पांच या इससे कम बच्चे पढ़ रहे हैं. इनमें भिवानी में 9, चरखी दादरी में 7, फरीदाबाद, जींद, पलवल, पंचकूला में एक-एक, गुरुग्राम, हिसार, सोनीपत, झज्जर, कैथल में 3-3, करनाल में 4, कुरुक्षेत्र में 10, महेंद्रगढ़ में 16, रेवाड़ी में 6, सिरसा व यमुनानगर में 4-4 स्कूल शामिल हैं.

चंडीगढ़: प्रदेश का शिक्षा विभाग अपने फैसले पर कायम है. विभाग जल्द ही कम संख्या वाले सरकारी स्कूलों को अगले शैक्षणिक सत्र से बंद कर देगा. खबर आ रही थी कि शिक्षा विभाग ने अपने इस फैसले को टाल दिया है, जिसका शिक्षा मंत्री ने खंडन करते हुए कहा कि विभाग अपने फैसले पर कायम है और ये स्कूल जरूर बंद किए जाएंगे.

बंद होंगे प्रदेश के 1026 प्राइमरी स्कूल

बता दें, प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या में लगातार कमी होने के चलते विभाग की ओर से अब अगले सत्र से 1026 प्राइमरी स्कूलों को बंद करने की तैयारी की गई है. निदेशालय की ओर से इसे लेकर सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांग गई है.

25 से कम संख्या वाले स्कूल बंद हो कर रहेंगे, देखें वीडियो

विभाग के इस फैसले पर कायम होने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि विभाग अपने फैसले पर कायम है और अगले सत्र से 25 से कम बच्चों वाले स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा. इनको चलाना विभाग की ओर से मुश्किल है. उन्होंने कहा कि इनमें पढ़ रहे बच्चों के लिए पास के सरकारी स्कूलों में व्यवस्था कर दी जाएगी.

ये भी पढ़ें- प्रदेश में बंद होंगे 1026 प्राइमरी स्कूल, बच्चों की कम संख्या को बताया जा रहा कारण

शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि शिक्षा विभाग, प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए खाफी चिंतित है. शिक्षा विभाग लड़कियों के लिए आने वाले समय मे ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था कर रहा है. इसी तरह की कई ओर योजनाएं शिक्षा विभाग प्रदेश के बच्चों के लिए लेकर आने वाला है.

मिली जानकारी के अनुसार बंद होने वाले स्कूलों में सबसे ज्यादा पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के गृह जिले महेंद्रगढ़ से हैं. निदेशालय की ओर से कहा गया है कि इन छात्रों को करीबी स्कूलों में समायोजित किया जाना है.

34 स्कूलों में नहीं है एक भी शिक्षक

जिन स्कूलों को बंद किए जाने की तैयारी है, उनमें 34 स्कूल ऐसे हैं, जिनमें एक भी शिक्षक नहीं है. इनमें अम्बाला में दो, फतेहाबाद में एक, गुरुग्राम में 4, करनाल में एक, महेंद्रगढ़ में 14, पंचकूला में तीन, रेवाड़ी में 2, रोहतक में एक, यमुनानगर में 5 स्कूल शामिल हैं.

79 स्कूलों में 5 या इससे कम बच्चे

प्रदेश के 79 स्कूलों में पांच या इससे कम बच्चे पढ़ रहे हैं. इनमें भिवानी में 9, चरखी दादरी में 7, फरीदाबाद, जींद, पलवल, पंचकूला में एक-एक, गुरुग्राम, हिसार, सोनीपत, झज्जर, कैथल में 3-3, करनाल में 4, कुरुक्षेत्र में 10, महेंद्रगढ़ में 16, रेवाड़ी में 6, सिरसा व यमुनानगर में 4-4 स्कूल शामिल हैं.

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