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हरियाणा के 73 वर्षीय एथलिट रामकिशन शर्मा ने लगाई मेडलों की झड़ी, बोले- 'सरकार से नहीं मिला कोई सपोट, सम्मानित करें' - ATHLETE RAMKISHAN SHARMA

चरखी दादरी के 73 वर्षीय एथलिट रामकिशन शर्मा ने नेशनल व इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में 263 मेडल जीतकर इतिहास रचा है.

Charkhi Dadri Elderly athlete Ramkishan Sharma
Charkhi Dadri Elderly athlete Ramkishan Sharma (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Dec 29, 2024, 3:09 PM IST

Updated : Dec 29, 2024, 4:34 PM IST

चरखी दादरी: मन में कुछ पाने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और हौंसले बुलंद हो तो किसी भी मुकाम को हासिल कर सकता है. ये सब कर दिखाया है, चरखी दादरी जिले के बाढड़ा निवासी बुजुर्ग एथलिट रामकिशन शर्मा ने 73 साल की ढलती उम्र में स्टेट, नेशनल व इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में 263 मेडल जीतकर इतिहास रचा है. मेडल मशीन के नाम से विख्यात बुजुर्ग खिलाड़ी को राष्ट्रपति या उप राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होने की टीस है और मुख्यमंत्री से बुजुर्ग खिलाड़ियों को सम्मान दिलाने की गुहार लगाई है.

8 साल में जीते सैकड़ों मेडल: बता दें कि मूल रूप से भांडवा निवासी बुजुर्ग खिलाड़ी रामकिशन शर्मा 8 वर्ष पूर्व पहले अनाज व्यापार का कारोबार करते थे. इसी दौरान एक खंड स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने के बाद खेल को जीवन का हिस्सा बनाया और कारोबार छोड़ कर सारा ध्यान खेल के प्रति समर्पित कर दिया. उन्होंने अपने शानदार खेल प्रदर्शन की बदौलत महज 8 साल थोड़े ही समय में अपार सफलता प्राप्त कर खास मुकाम हासिल करते हुए 263 मेडल अपने नाम किये हैं. देश व प्रदेश में अपनी खेल प्रतिभा की पताका लहराने वाले बुजुर्ग एथलीट ने विदेश धरती पर अपना दमखम दिखाया और दो अलग-अलग प्रतियोगिताओं में भाग लेकर कुल 6 गोल्ड मेडल भारत के लिए जीते.

Elderly athlete Ramkishan Sharma CREATED HISTORY (Etv Bharat)

सरकार की तरफ से नहीं मिला कोई सपोट: अपना कारोबार छोड़कर जीवन को खेल के प्रति समर्पित कर देश व प्रदेश का नाम रोशन करने वाले व युवाओं के प्रेरणास्रोत खिलाड़ी रामकिशन शर्मा को सरकारी सहायता प्राप्त नहीं हुई हैं. वे खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने अपने खर्चे से जाते हैं. करीब 73 वर्षीय रामकिशन शर्मा दौड़, बाधा दौड़, रिले दौड़, लंबी कूद, शॉटपुट आदि प्रतिस्पर्धाओं अभी तक कुल 263 मेडल हासिल कर चुके हैं. जिनमें उनके 6 अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मेडल, नेशनल में 143 गोल्ड, 25 सिल्वर और 5 कांस्य पदक व स्टेट प्रतियोगिताओं के 84 गोल्ड मेडल शामिल हैं.

युवाओं को भी दी सलाह: रामकिशन शर्मा ने बताया कि उनकी तमन्ना है कि राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति उन्हें सम्मानित करें. ताकि वे प्रोत्साहित होकर अपने खेल को जारी रख सके और देश व प्रदेश के लिए और मेडल हासिल कर सके. उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि वह काफी समय से नशा मुक्ति से जुड़े हैं. हालांकि उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जितनी उन्होंने मेहनत की है, उतना उन्हें सम्मान नहीं मिला है. इसलिए उन्होंने सरकार से सम्मानित करने की गुहार लगाई है.

ये भी पढ़ें: 68वीं राष्ट्रीय स्कूली कबड्डी खेलकूद प्रतियोगिता में पहुंचे सांसद धर्मबीर सिंह, कहा-"राहुल को नहीं पता गाजर-मूली में फर्क"

ये भी पढ़ें: तमिलनाडु की महिला टीम ने उत्तराखंड को कबड्डी के एकतरफा मुकाबले में हराया, दिन भर दिलचस्प बना रहा मैच

चरखी दादरी: मन में कुछ पाने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और हौंसले बुलंद हो तो किसी भी मुकाम को हासिल कर सकता है. ये सब कर दिखाया है, चरखी दादरी जिले के बाढड़ा निवासी बुजुर्ग एथलिट रामकिशन शर्मा ने 73 साल की ढलती उम्र में स्टेट, नेशनल व इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में 263 मेडल जीतकर इतिहास रचा है. मेडल मशीन के नाम से विख्यात बुजुर्ग खिलाड़ी को राष्ट्रपति या उप राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होने की टीस है और मुख्यमंत्री से बुजुर्ग खिलाड़ियों को सम्मान दिलाने की गुहार लगाई है.

8 साल में जीते सैकड़ों मेडल: बता दें कि मूल रूप से भांडवा निवासी बुजुर्ग खिलाड़ी रामकिशन शर्मा 8 वर्ष पूर्व पहले अनाज व्यापार का कारोबार करते थे. इसी दौरान एक खंड स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने के बाद खेल को जीवन का हिस्सा बनाया और कारोबार छोड़ कर सारा ध्यान खेल के प्रति समर्पित कर दिया. उन्होंने अपने शानदार खेल प्रदर्शन की बदौलत महज 8 साल थोड़े ही समय में अपार सफलता प्राप्त कर खास मुकाम हासिल करते हुए 263 मेडल अपने नाम किये हैं. देश व प्रदेश में अपनी खेल प्रतिभा की पताका लहराने वाले बुजुर्ग एथलीट ने विदेश धरती पर अपना दमखम दिखाया और दो अलग-अलग प्रतियोगिताओं में भाग लेकर कुल 6 गोल्ड मेडल भारत के लिए जीते.

Elderly athlete Ramkishan Sharma CREATED HISTORY (Etv Bharat)

सरकार की तरफ से नहीं मिला कोई सपोट: अपना कारोबार छोड़कर जीवन को खेल के प्रति समर्पित कर देश व प्रदेश का नाम रोशन करने वाले व युवाओं के प्रेरणास्रोत खिलाड़ी रामकिशन शर्मा को सरकारी सहायता प्राप्त नहीं हुई हैं. वे खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने अपने खर्चे से जाते हैं. करीब 73 वर्षीय रामकिशन शर्मा दौड़, बाधा दौड़, रिले दौड़, लंबी कूद, शॉटपुट आदि प्रतिस्पर्धाओं अभी तक कुल 263 मेडल हासिल कर चुके हैं. जिनमें उनके 6 अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मेडल, नेशनल में 143 गोल्ड, 25 सिल्वर और 5 कांस्य पदक व स्टेट प्रतियोगिताओं के 84 गोल्ड मेडल शामिल हैं.

युवाओं को भी दी सलाह: रामकिशन शर्मा ने बताया कि उनकी तमन्ना है कि राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति उन्हें सम्मानित करें. ताकि वे प्रोत्साहित होकर अपने खेल को जारी रख सके और देश व प्रदेश के लिए और मेडल हासिल कर सके. उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि वह काफी समय से नशा मुक्ति से जुड़े हैं. हालांकि उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जितनी उन्होंने मेहनत की है, उतना उन्हें सम्मान नहीं मिला है. इसलिए उन्होंने सरकार से सम्मानित करने की गुहार लगाई है.

ये भी पढ़ें: 68वीं राष्ट्रीय स्कूली कबड्डी खेलकूद प्रतियोगिता में पहुंचे सांसद धर्मबीर सिंह, कहा-"राहुल को नहीं पता गाजर-मूली में फर्क"

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Last Updated : Dec 29, 2024, 4:34 PM IST
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