चंडीगढ़: हरियाणा में किसानों को इन दिनों भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. भारी बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई गेहूं की फसल ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बारिश के कारण हजारों एकड़ गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है. किसानों को मंडियों में अनाज पहुंचाने में देरी हो रही है. क्योंकि बारिश के कारण फसल में नमी बरकरार है. बार-बार हो रही बारिश से फसल का दाना खराब होता जा रहा है.
किसानों की इस समस्या को लेकर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल को रबी विपणन सीजन 2023-24 के दौरान खरीदे जा रहे गेहूं की गुणवत्ता मानदंडों में छूट देने के लिए पत्र लिखा है. उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने लिखा कि 1 अप्रैल 2023 से हरियाणा में गेहूं की खरीद शुरू हो गई है. मार्च, 2023 में कटाई से ठीक पहले बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई थी. इस वजह से प्रदेश में पक्की हुई खड़ी फसल चौपट हो गई है.
उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से गेहूं की फसल की चमक खराब होने के संबंध में प्रमुख खरीद कैथल, सिरसा, करनाल, कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, जींद और यमुनानगर से रिपोर्ट ली गई है. उन्होंने कहा कि बार-बार हो रही बारिश और ओलावृष्टि होने से फसल उत्पादन कम हो सकता है और अनाज की गुणवत्ता पर भी इसका असर पड़ सकता है. उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस बात को ध्यान में रखा जाना चाहिए और केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री को रबी विपणन सीजन 2023-24 के दौरान खरीदे जा रहे गेहूं की गुणवत्ता मानदंडों में छूट दी जानी चाहिए.
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गौरतलब है कि पिछले दिनों हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है. जिसके चलते किसानों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है. इसको लेकर किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है. सरकार ने किसानों को मुआवजा देने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर नुकसान हुई फसल का ब्यौरा देने के लिए कहा है. जिसके तहत किसानों को मुआवजा दिया जाएगा. यदि किसी किसान ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी नुकसान हुई फसल का ब्यौरा नहीं दिया है तो वो जल्दी ही पोर्टल पर फसल का ब्यौरा देकर मुआवजे के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकता है.