चंडीगढ़: हरियाणा में जनगणना 2021 के पहले चरण में मकान सूचीकरण और मकानों की गणना का काम 1 मई, 2020 से 15 जून, 2020 तक किया जाएगा. इस काम के लिए राज्य में लगभग 58000 प्रगणक और पर्यवेक्षकों को आंकड़े एकत्रीकरण के काम में लगाया जाएगा.
बता दें कि ऐसा पहली बार होगा जब जनगणना पूरी तरह से डिजिटल मोड पर की जाएगी, ताकि समय पर जनगणना आंकड़ों को जारी किया जा सके. जनगणना के आंकड़े विशेष रूप से डिजाइन किए गए मोबाइल एप पर एकत्र किए जाएंगे. ये भी पहली बार होगा कि जनगणना गतिविधियों और प्रगति का अनुवीक्षण सेंसस मॉनिटरिंग एण्ड मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएमएस) के की ओर से किया जाएगा.
ये जानकारी शुक्रवार को हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा की अध्यक्षता में आयोजित जनगणना 2021और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अपडेट करने सबंधी तैयारियों का पुनरीक्षण करने के लिए मण्डल आयुक्तों, जिला उपायुक्तों और प्रधान जनगणना अधिकारियों के राज्य स्तरीय सम्मेलन में दी गई. बैठक में महारजिस्ट्रार और जनगणना आयुक्त, भारत विवेक जोशी भी मौजूद रहे.
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को दिए आदेश
इस सम्मेलन में हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने कहा कि जनगणना सामाजिक,आर्थिक और जनसांख्यिकी डाटा के रूप में सबसे विश्वसनीय स्रोत है, इसलिए ये बहुत महत्वपूर्ण है कि जनगणना पर डाटा विश्वसनीय होना चाहिए. अरोड़ा ने मण्डल आयुक्तों, जिला उपायुक्तों और प्रधान जनगणना अधिकारियों को जनगणना 2021 के काम को जनगणना कलेंडर के मुताबिक समयबद्ध रूप से किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
पहली बार पूरी तरह से डिजिटल होगी जनगणना
उन्होंने कहा कि जनगणना 2021 इतिहास में पहली जनगणना होगी, जो पूरी तरह से डिजिटल होगी. इस जानकारी से राज्यों को भी अपनी योजनाएं बनाने में बहुत मदद मिलेगी. उन्होंने ये भी निर्देश दिए कि जनगणना 2021 के लिए आमजन को जागरूक करने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि नागरिक गणना की बारिकीयों से अवगत हो सकें.
जनगणना के लिए दी जाएगी ट्रेनिंग
जिला जनगणना अधिकारियों और तहसीलदार-सह-चार्ज अधिकारियों का जिला स्तरीय प्रशिक्षण 19 फरवरी से 4 मार्च, 2020 के बीच आयोजित किया जायेगा. जिसके बाद लगभग 900 फील्ड ट्रेनरों का प्रशिक्षण मार्च, 2020 में आयोजित किया जाएगा. जिसके बाद इन फील्ड ट्रेनरों की ओर से अप्रैल, 2020 में प्रगणकों और पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा.
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सम्मेलन में बताया गया कि 1 मई, 2020 से 15 जून, 2020 के बीच में आयोजित होने वाले जनगणना के प्रथम चरण में मकान सूचीकरण और मकानों की गणना की जाएगी, जिसके अंतर्गत मकानों की गुणवत्ता, परिवार में उपलब्ध सुख- सुविधाओं और परिवार में उपलब्ध संपत्तियों से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे. उन्होंने कहा कि जनगणना का द्वितीय चरण - जनसंख्या की परिगणना 9 फरवरी 2021 से 28 फरवरी, 2021 तक और उसके साथ रिविजनल राउंड 1 से 5 मार्च , 2021 में बीच आयोजित किया जाएगा.