चंडीगढ़: भारत में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर खत्म सी हो चुकी है. अब कहा ये जा रहा है कि भारत में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर (Corona virus third wave) आ सकती है, जो बच्चों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक हो सकती है. ऐसे खतरे को देखते हुए बेहद जरूरी है कि हम व्यस्कों के साथ ही बच्चों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दें. घर में अगर कोई बच्चा कोरोना पॉजिटिव हो जाता है तो माता-पिता उसका ध्यान कैसे रखें.
क्योंकि कोई बड़ी उम्र का मरीज तो आइसोलेशन में अकेले रह सकता है लेकिन एक बच्चे को अकेला नहीं रखा जा सकता. इसके लिए उसके माता-पिता को उसके पास रहना ही होगा. ऐसे में माता-पिता किन बातों का ध्यान रखें? इस बारे में ईटीवी भारत ने वर्ल्ड मेडिकल एसोसिएशन (World Medical Association) के सलाहकार डॉक्टर रमणीक सिंह बेदी से बातचीत की. डॉक्टर रमणीक सिंह बेदी ने कहा कि सबसे पहले बच्चों के लक्षणों को समझना जरूरी है.
अगर बच्चा कोरोना पॉजिटिव हो जाता है तो उसमें बुखार, खांसी, जुखाम और खराब गला जैसे लक्षण तो देखेंगे ही. साथ ही साथ खुजली, आंखों में लाली आना, उल्टी होना आदि लक्षण भी दिखाई देंगे. डॉक्टर ने कहा कि बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए ज्यादा सावधानी बरतने की जरूत है.
सबसे जरूरी है कि आप उन सावधानियों का सख्ती से पालन करें. जैसे- लोग घर में भी मास्क का इस्तेमाल करें. सैनिटाइजर का बार-बार इस्तेमाल करें. बच्चों के पास घर के बुजुर्ग ना जाएं. बच्चे के पॉजिटिव होने पर घर के दूसरे लोग उससे दूरी बनाकर रखें अगर छोटा बच्चा पॉजिटिव हो जाता है तो मां को उसके पास रहने की सलाह दी जाती है, लेकिन उस वक्त मां को बच्चे के पास रहने से पहले सभी निर्देशों का गंभीरता से पालन करना होगा.
मां बच्चे को स्तनपान भी करवा सकती है, लेकिन सभी तरह की सावधानियां बरतने के बाद ही ऐसा करना चाहिए. डॉक्टर ने बताया कि अगर मां कोरोना पॉजिटिव है तो भी वो बच्चे को स्तनपान करा सकती है. बस जरूरी है कि मां ने सही ढंग से मास्क पहना हो. इसके साथ ही मां को अपने कपड़े और मास्क घर के दूसरे लोगों से अलग रखने होंगे. उन्हें कभी आपस में मिलाना नहीं है. इसके अलावा मां बच्चे के पास समय बिता रही है तो वो घर के दूसरे सदस्यों के संपर्क में बिल्कुल भी ना आए.