चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार द्वारा प्रदेश में लॉकडाउन के बीच हुए शराब घोटाले को दबाने का खेल खेला जा रहा है. एसईटी (स्पेशल इंक्वायरी टीम) द्वारा अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद जो बातें सामने आ रही हैं उनसे साफ प्रतीत होता है कि इस घोटाले में शामिल बड़े घोटालेबाजों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है.
कुमारी सैलजा ने कहा कि इस शराब घोटाले की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में कराई जाए, ताकि इस घोटाले में दूध का दूध और पानी का पानी हो सके. कुमारी सैलजा ने कहा कि इस सरकार में भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं. इस सरकार में हो रहे घोटालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
'एसआईटी को खारिज कर एसईटी का गठन क्यों?'
उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को उम्मीद थी कि कोरोना महामारी के बीच उन्हें कुछ राहत मिलेगी, लेकिन राहत की बजाय महामारी के बीच हरियाणा में जमकर लूट मचाई गई और घोटालों को अंजाम दिया गया. सैलजा ने कहा कि सरकार द्वारा लॉकडाउन के बीच हुए शराब घोटाले पर पर्दा डालने की साजिश के तहत ही इसकी जांच के लिए एसआईटी को खारिज कर एसईटी (स्पेशल इंक्वायरी टीम) का गठन किया गया.
सैलजा ने कहा कि जिस एसईटी का गठन किया गया, उसके पास इस घोटाले की तह तक जाने वाली शक्तियां ही नहीं थी. जब इस टीम के पास घोटाले की जांच के लिए पूरी शक्तियां ही नहीं थी तो ये टीम किस बात की जांच कर रही थी. आबकारी विभाग ने इस घोटाले में एसईटी द्वारा मांगी गई जानकारी तक नहीं मुहैया कराई.
'सरकार ने जनता की आंखों में धूल झोंकी'
कुमारी सैलजा ने कहा कि शराब घोटाले की परतें उजागर हो चुकी हैं, लेकिन इस घोटाले के बड़े चेहरों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. इस जांच टीम का गठन प्रदेशवासियों के साथ सरकार का एक छलावा था. प्रदेशवासियों की आंखों में धूल झोंकने के लिए सरकार द्वारा घोटाले की जांच के नाम पर सिर्फ दिखावा किया गया.
कुमारी सैलजा ने कहा कि इस सरकार की शुरुआत से ही ये मंशा नहीं रही कि इस घोटाले का पूरा सच प्रदेश की जनता के सामने आ सके. उन्होंने कहा कि इस शराब घोटाले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में करवाई जाए, ताकि इस घोटाले की सच्चाई जनता के सामने आ सके और सभी गुनहगारों को सजा मिल सके.
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