चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल का अभिभाषण हुआ. जिसके बाद विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई. राज्यपाल ने सरकार के 12 पेज के विजन डॉक्यूमेंट को पेश किया. इसमें राज्यपाल ने किसान, रोजगार, पानी की समस्या और शिवालिक की पहाड़ियों में बांध बनाने जैसे कई मुद्दे रखे.
दिवंगत आत्माओं दी गई श्रद्धांजलि
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन में शोक प्रस्ताव पेश किया गया. शोक प्रस्ताव मुख्यमंत्री मनोहर लाल और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पढ़ा. शोक प्रस्ताव के जरिए सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, पूर्व विधायक देवी दास, स्वतंत्रता सेनानियों और हरियाणा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
सदन में शोक प्रस्ताव
शोक प्रस्ताव को पढ़ते हुए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मुझे भी लोकसभा में 1996 और 1998 में सुषमा स्वराज के साथ काम करने का मौका मिला. साथ ही हुड्डा ने भी दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने शोक प्रस्ताव पढ़ते हुए कहा कि सुषमा स्वराज के साथ हमारे न सिर्फ राजनीतिक संबंध बल्कि पारिवारिक संबंध भी रहे हैं.
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सत्र के दौरान उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और निर्दलीय विधायक रंजीत सिंह ने भी शोक प्रस्ताव पढ़ दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी.
राज्यपाल के अभिभाषण के मुख्य बिंदु
- राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई, राज्यपाल ने सदन में किसान के मुद्दों को रखा, राज्यपाल ने कहा कि सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करेगी.
- शिवालिक की पहाड़ियों में सरकार ने 12 बांध बनाने का फैसला किया है. इसके लिए अंतर्राज्यीय अनुमति लेना बाकी है.
- राज्यपाल के अभिभाषण में पानी के मुद्दे पर भी बात की गई. कहा गया कि 2024 तक हर घर नल से जल होगा.