चंडीगढ़: सीएम मनोहर लाल खट्टर ने एक वीडियो संदेश जारी कर प्रदेश में व्यवस्थित ढ़ंग से लॉक डाउन पीरीयड बढ़ाने की बात की है. बता दें कि पीएम मोदी ने आज देशभर के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. पीएम मोदी ने सभी राज्यों में लॉक डॉउन पीरियड को बढ़ाने या उसके विकल्प पर बात की. इस बैठक के बाद सीएम मनोहर लाल ने एक वीडियो जारी कर लॉक डाउन प्लान का मॉडल जनता के सामने रखा है.
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पिछले संबोधन में पीएम मोदी ने कहा था कि जान है तो जहान है. जान बचाने के लिए स्वास्थ्य कर्मी लगे हुए हैं, लेकिन हमें जहान भी बचाना है, इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाना होगा, लेकिन आर्थिक गतिविधियों को लंबे समय तक नहीं रोक सकते हैं.
सीएम ने कहा कि इस बार लॉक डाउन फेस्ड मैनर मे करेंगे, ताकि हमारे मजदूर, किसान, कामगार और उद्योगपति बर्बाद ना हों, इसलिए पूरे क्षेत्र को तीन भागों में बांट कर लॉक डाउन आगे बढ़ाने की योजना बनाई है.
कौन से हैं ये तीन क्षेत्र
- रेड जोन- वो क्षेत्र जो कोरोना से प्रभावित क्षेत्र हैं, इस जोन में हॉटस्पॉट एरिया को चिन्हित किया गया है. इस जोन में गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह, पलवल जिले आते हैं.
- ओरेंज कैटेगरी- वो क्षेत्र जहां कम मात्रा में कोरोना केस हैं या फिर ज्यादा संख्या में संदिग्ध मरीज हैं. जहां एनआरआई हैं, जिन क्षेत्रों में क्वारनटाइन लोगों की संख्या ज्यादा है.
- येलो जोन- वो जिले जहां पॉजिटिव केस ना के बराबर हैं या फिर 1 या दो ही सामने आए हैं. जिनमें काफी कम मात्रा में लोग बाहर से आए हैं.
काम के लिए छूट मिली है, लॉक डाउन जारी रहेगा
सीएम ने एक बात साफ कहा है कि लॉक डाउन पूरे प्रदेश में जारी रहेगा. प्रदेशभर में तीनों जोन में लॉक डाउन का पालन करने के लिए नियम एक से होंगे. ये छूट बस आर्थिक स्थिति गड़बड़ ना हो इसलिए कामगारों को दी गई है. सीएम ने कहा कि लॉक डाउन की जगह हमें लॉक इन की स्थिति बनानी होगी, यानी जहां कम संख्या में काम करने वाले संस्थान हैं उन्हें खुद काम करने की स्थिति बनानी होगी.
उद्योगों और कमर्शियल सेक्टर को क्या करना होगा
सीएम ने सभी कर्मशियल सेक्टर्स को ये निर्देश दिए हैं कि उन्हें काम करने की छूट तो होगी, लेकिन सोशल डिस्टेंस के साथ काम करने के तरीके खुद प्लान करने होंगे. कर्मियों के लिए एक दूसरे से दूर और सुरक्षित दूरी निर्धारित करने का तरीका बनाना होगा. कर्मियों को खाने-पीने और ठहरने की व्यवस्था करनी होगी. कर्मयों को रात में रुकने और उनकी सुरक्षा की व्यवस्था भी करनी होगी.