चंडीगढ़ : राज्य की राजधानी में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी विभागों को महिलाओं की सुरक्षा के प्रति लोगों को संवेदनशील बनाने के लिए सालभर व्यापक अभियान चलाने और इसे एक जन आंदोलन बनाने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह के अलावा राज्य के 100 चुनिंदा स्थानों पर पिंकाथन ( महिलाओं के लिए मैराथन ) का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हजारों महिलाएं भाग लेते हुए महिला सुरक्षा के संदेश देने का प्रयास करेंगी.
महिलाओं के प्रति सरकार करेगी लोगों को जागरूक
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा के लिए चंडीगढ़ में एक बैठक की. मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि वर्ष 2020 में राज्य सरकार का मुख्य ध्यान महिलाओं की सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण पर होगा. उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध की एक भी घटना खतरनाक है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार के साथ-साथ लोगों को भी समाज में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए आगे आना चाहिए. उन्होंने पुलिस विभाग को राज्य के स्कूलों और कॉलेजों में एक अभियान शुरू करने के निर्देश दिए. जिसमें लड़कियों को मोबाइल एप्लिकेशन ‘दुर्गा शक्ति’ ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया जा सके. कोई भी महिला मुफ्त में इस ऐप को डाउनलोड कर सकती है और मात्र ‘अलर्ट’ बटन दबाकर तत्काल पुलिस सहायता ले सकती है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस वर्ष के दौरान ऐप के 10 लाख डाउनलोड का लक्ष्य निर्धारित किया जाना चाहिए.
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सभी जिलों में महिला शिकायतकर्ताओं के लिए खोले गए महिला थाने: सीएम खट्टर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में महिला शिकायतकर्ताओं के लिए विशेष रूप से ‘महिला पुलिस थाने’ खोले गए हैं. अब तक, ऐसे 32 पुलिस स्टेशन जिला और उप-मण्डल स्तर पर संचालित हैं. उन्होंने कहा कि प्रत्येक पुलिस स्टेशन में परामर्श केंद्र, महिला हेल्पलाइन, महिला पीसीआर और एंटी ईव टीजिंग और दुर्गा शक्ति रैपिड एक्शन फोर्स (डीएसआरएएफ) के कर्मचारियों और जिला संरक्षण अधिकारी की सुविधा उपलब्ध है. उन्होंने यह भी बताया कि हर पुलिस स्टेशन में बलात्कार और अन्य अपराधों से पीड़ित महिलाओं और बच्चों को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए वकील की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा उप-मण्डल स्तर पर महिला हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं. राज्य के सभी जिलों में महिला हेल्प लाइन नंबर 1091 चालू है. थाने में संकटग्रस्त महिलाओं के पहुंचने के बाद अधिकतम एक या दो घंटे के भीतर महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध की रिपोर्ट दर्ज करने के स्थायी आदेश जारी किए गए हैं.